देश की सबसे ताक़तवर जगह लुटियंस जोन्स की सड़क राजपथ केसरिया, श्वेत और हरे रंग के फुलों से सज चुकी है. सैनिकों के जूतों की ठाप और घोड़ों की नालों से ऐसी आवाज़ें आ रही हैं, मानों हम विश्व को अपनी गणतंत्रता ही नहीं, अपनी ताक़त दिखा रहे हैं. कहने का मतलब ये है कि विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत हमेशा की तरह इस 26 जनवरी को अपना गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है.
2017 के इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सऊदी अरब अमिरात के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ायद अल नहयान पधारेंगे. हालांकि, इस 26 जनवरी में विशिष्ट अतिथियों के अलावा देश भर से 40 आदिवासियों को बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया है. गृह मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी. कार्यक्रम का समय 95 मिनट निर्धारित किया गया है, जिसमें देश भर की 23 झलकियों को शामिल किया जाएगा.

इतना ही नहीं, इन सभी आमंत्रित आदिवासी मेहमानों को देश के राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलेगा.
26 जनवरी को भारत एक ऐतिहासिक दिवस के रूप में देखता है. इस दिन हम पूरी दुनिया को अपनी संस्कृति, विकास और एकता से रू-ब-रू करवाते हैं. सैनिकों की परेड के अलावा लोक कलाकारों को भी आमंत्रित किया जाता है.

इस बार के गणतंत्र दिवस में भी बहादुर बच्चों को शामिल किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, इस बार देश के 21 बहादुर बच्चों को सम्मानित किया जाएगा. सभी बहादुर बच्चों को खुली जीप से परेड करवाई जाएगी.
लोकतंत्र की मिसाल हिन्दुस्तान एक सशक्त राष्ट्र है. यहां की ख़ूबसूरती एकता है, जिन्हें आप इस गणतंत्र दिवस में महसूस कर सकते हैं.