CBSE ने दसवीं की बोर्ड परीक्षाओं में कुछ बदलाव करने का फैसला किया है, जिसके अंतर्गत स्टूडेंट्स को अब 5 की जगह 6 विषयों की परीक्षा देनी होगी. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने असेसमेंट स्कीम में बदलाव करते हुए सत्र 2017-18 से एडिशनल सब्जेक्ट को कंपल्सरी कर दिया है.

कक्षा 10 के छात्रों को अब तक पांच विषय पढ़ने होते थे, इसमें दो लैंग्वेज, साइंस, मैथेमेटिक्स, और सोशल साइंस शामिल थे. 2017-18 के सत्र से नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क के तहत, वोकेशनल सब्जेक्ट को भी कंपल्सरी कर दिया गया है. पहले एडिशनल सब्जेक्ट के तौर पर वोकेशनल विषय रखा जाता था.

सीबीएसई ने कहा है कि इलेक्टिव सब्जेक्ट में से किसी विषय में अगर छात्र फ़ेल होता है, तो वोकेशनल सब्जेक्ट के मार्क्स को जोड़कर रिज़ल्ट घोषित कर दिया जाएगा. हालांकि, अगर एक स्टूडेंट फ़ेल होने वाले विषय की परीक्षा देना चाहेगा, तो वह पूरक परीक्षा दे सकेगा.

CBSE ने 13 विषयों की लिस्ट भी जारी की है, इनमें से स्टूडेंट्स को एडिशनल सब्जेक्ट चुनना होगा. इनमें इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, डायनेमिक्स ऑफ़ रिटेलिंग, इंट्रोडक्शन टू फ़ाइनेंशियल मार्केट सिक्योरिटी, ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी, इंट्रोडक्शन टू टूरिज़्म, ब्यूटी एंड वेलनेस, बेसिक एग्रीकल्चर, फूड प्रोडक्शन, फ्रंट ऑफिस ऑपरेंस, मार्केटिंग एंड सेल्स हेल्थ केयर सर्विसेस, बैंकिंग एंड इंश्योरेंस, शामिल हैं.

सर्कुलर के मुताबिक, कुल 100 अंकों में से 50 परीक्षा के होंगे और 50 प्रैक्टिकल के. दोनों में ही छात्र को कम से कम 33 अंक लाने होंगे.  

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