कोरोना महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था में भले ही मंदी छाई हो, लेकिन भारतीय अरबपतियों की कमाई पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. बल्कि इन अरबपतियों की दौलत पहले की तुलना में काफ़ी बढ़ गई है. इस साल 7 भारतीय अरबपतियों की संपत्ति में 64 बिलयन डॉलर का इज़ाफ़ा हुआ है.
Bloomberg Billionaire Index के मुताबिक, इन 7 अरबपतियों की संयुक्त संपत्ति क़रीब 200 बिलियन डॉलर है. बता दें, 1 बिलियन डॉलर क़रीब 7,364 करोड़ रुपये के बराबर होता है.
1.गौतम अडानी
अडानी ग्रुप का कारोबार रिन्यूएबल एनर्जी, पोर्ट, टर्मिनल और लॉजिस्टिक्स सहित कई सेक्टरों में फैला है. इस साल गौतम अडानी की दौलत में सबसे ज़्यादा इज़ाफ़ा हुआ है. अडानी की दौलत इस साल अब तक 21.1 अरब डॉलर बढ़ चुकी है. इस समय उनकी दौलत 32.4 अरब डॉलर है जो पिछले साल के अंत में 11.3 अरब डॉलर थी.
2. मुकेश अंबानी
भारत और एशिया के सबसे अमीर शख़्स मुकेश अंबानी की दौलत इस साल अब तक 18.1 अरब डॉलर बढ़ चुकी है. पिछले साल के अंत में उनके पास 58.6 अरब डॉलर की संपत्ति थी, जो अब बढ़कर 76.7 अरब डॉलर हो गई है. अंबानी की कंपनी तेल एवं गैस, टेलिकॉम और रीटेल सेक्टर में है. अंबानी की कमाई में रिलायंस इंडस्ट्रीज की अहम भूमिका रही.
3. साइरस पूनावाला
साइरस पूनावाला भारत के वैक्सीन किंग के नाम से मशहूर हैं. पुणे स्थित उनकी कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वैक्सीन बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है. इस साल उनकी दौलत में 6.91 अरब डॉलर की तेजी के साथ 15.6 अरब डॉलर पहुंच गई है.
4. शिव नाडर
HCL टेक्नोलॉजीज़ के प्रमुख शिव नाडर की दौलत में इस साल 6.23 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. अब उनकी संपत्ति 22 अरब डॉलर हो गई है. HCL टेक भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी एक्सपोर्टर है. कोरोना के कारण कंपनियों का कामकाज प्रभावित हुआ है, जिससे आईटी सॉल्यूशंस की मांग बढ़ गई है.
5. अजीम प्रेमजी
आईटी कंपनी विप्रो के अजीम प्रेमजी की दौलत इस साल 5.26 बिलियन डॉलर से बढ़कर 23.6 बिलियन डॉलर हो गई है. इसके पीछे भी वजह कोविड-19 के कारण कंपनियों की आईटी सॉल्यूशंस की बढ़ी मांग है.
6. राधाकिशन दमानी
मशहूर निवेशक और डी-मार्ट श्रृंखला के मालिक राधाकिशन दमानी की दौलत इस साल 4.71 अरब डॉलर से बढ़कर 14.4 अरब डॉलर हो गई है.
7. दिलीप सांघवी
दिलीप सांघवी दिग्गज फ़ार्मा कंपनी सन फ़ार्मा के मालिक हैं. उनकी संपत्ति इस साल 2.23 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 9.69 अरब डॉलर पहुंच चुकी है.