रेवाड़ी के Gothera Tappa Dahena गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. यहां की 80 लड़कियों ने उत्पीड़न से तंग आकर स्कूल जाना छोड़ दिया है और भूख हड़ताल पर बैठ गयी हैं. लड़कियों ने इससे पहले सरपंच से शिकायत की थी, जो इस मामले को आगे लेकर गए. इसके बावजूद, जब कोई एक्शन नहीं लिया गया, तो लड़कियों को मामला अपने हाथ में लेना पड़ा.

बीते शुक्रवार को इनमें से चार लड़कियों की तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा. लड़कियों की मांग है कि गांव के हाई स्कूल को माध्यमिक विद्यालय में अपग्रेड किया जाये. सभी लड़कियां कक्षा 11 और 12 की छात्राएं हैं. उनकी शिकायत है कि जब वो तीन किलोमीटर दूर Kanwali में स्कूल जाती हैं, तो उन्हें स्थानीय लड़के रास्ते में छेड़ते हैं.

छेड़-छाड़ की घटनाओं से त्रस्त होकर ही लड़कियों ने ये कदम उठाया है. वाहन की सुविधा के अभाव में वो पैदाल ही स्कूल जाने को मजबूर हैं.

सरपंच सुरेश चौहान ने बताया कि हेलमेट पहने हुए आदमी लड़कियों के पास से बाइक से गुज़रते हैं और उनके साथ छेड़-छाड़ करते हैं. चेहरा न देख पाने के कारण वो अकसर बच के निकलते हैं.
ज़िला शिक्षा अधिकारी Dharamvir Balodia ने कहा कि लड़कियों को सरपंच और उनके घरवालों द्वारा गुमराह किया जा रहा है. स्कूल को अपग्रेड करने से पहले कुछ मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है. गांव के स्कूल में केवल 150 स्टूडेंट्स हैं, ये संख्या स्कूल को अपग्रेड करने के लिए बेहद कम है.
SP Sangeeta Kalia ने बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से लड़कियों से बात की, लेकिन उत्पीड़न और छेड़-छाड़ के बारे में किसी लड़की ने शिकायत नहीं की. इससे पहले भी उनके पास कोई शिकायत नहीं आई थी.

गौरतलब है कि इसी ज़िले में पिछले साल भी एक ऐसी घटना हुई थी. स्कूल जाने के रस्ते से अगवा कर जब एक लड़की का बलात्कार किया गया था, तो लड़कियों ने स्कूल जाना छोड़ दिया था. 

Source: Hindustantimes