कहते हैं तोहफ़ा पैसों से नहीं, नियत से दिया जाता है. पैसों से तो कुछ भी खरीदा जा सकता है, लेकिन जिस गिफ़्ट में एक नेक सोच, अच्छी नियत और कोई त्याग लगा हो, वो महंगे गिफ़्ट से ज़्यादा अजीज़ होता है. बीते रविवार को हर व्यक्ति अपनी मां के साथ फ़ोटो फेसबुक और सोशल मीडिया पर लगा रहा था. मौका था मदर्स डे का. जहां हर व्यक्ति थोड़ा प्यार दिखाने में व्यस्त था, वहीं यूपी के कानपुर के पास अनंतापुर की रहने वाली 80 वर्षीय चंदना ने एक दिल जीतने वाला काम किया.

चंदना ने अपनी 102 वर्षीय सास के लिए घर पर टॉयलेट बनवाया, और इसकी कीमत उसने अपनी 6 बकरियां बेच कर चुकाई. चंदना के गांव में कुछ ही घरों में टॉयलेट है. कुछ वक़्त पहले उसकी सास का पैर खेत में शौच के लिए जाते वक़्त टूट गया था. चंदना के बेटे राम प्रकाश ने बताया कि उन लोगों ने जिला प्रशासन से मदद की मांग की और सरपंच से घर में टॉयलेट बनवाने को कहा, मगर उनकी किसी ने नहीं सुनी.

इसके बाद चंदना ने ठान लिया कि वो अपनी सास के लिए घर पर ही शौचालय बनवाएगी. आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर होने के कारण चंदना ने समाज के लिए एक मिसाल खड़ी की है. 

Source- ANI