कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों में कई तरह के लक्षण नज़र आते हैं. अब नई स्टडी में सामने आया है कि कोविड-19 संक्रमितों के हाथ और पैर की उंगलियों पर अजीब से लाल और बैंगनी रंग के धब्बे दिखाई देते हैं, साथ ही उनमें सूजन भी नज़र आती है.

कोरोना वायरस महामारी से पहले बेहद ठंडी जगहों पर रहने वाले लोगों के हाथ-पैर पर ये छाले देखने को मिलते थे, जिन्हें Chilblains कहा जाता है. लेकिन महामारी के बाद कोविड-19 लक्षण वाले मरीज़ भी इस तरह की शिकायत कर रहे हैं, बावजूद इसके कि वो गर्म क्षेत्रों में रहते हैं. 

Covid Symptom Study के शोधकर्ताओं की एक टीम ने 12,000 लोगों का सर्वे किया, जिनकी त्वचा पर इस तरह के चकत्ते थे और साथ ही वो कोरोना संक्रमित थे. जो तस्वीरें सामने आईं, वो बेहद चौंकाने वाली थीं. शोधकर्ता कोविड-19 के मामलों में इतने प्रकार के रैशेज़ नज़र आने से हैरान हैं. अभी रैशेज़ को इस बीमारी के लक्षणों में शामिल नहीं किया गया है.

कोविड उंगलियां और टोज़ कैसे नज़र आते हैं?

कोरोना के ये नए लक्षण ख़ासतौर पर बच्चों और युवाओं में देखे जा रहे हैं. हालांकि, ये किसी के बीमार पड़ने के बाद नज़र आते हैं, जिससे इनसे संक्रमण का पता चलना कठिन है.

हाथ और पैर की उंगलियों पर दिखने वाले लाल और बैंगनी रंग के छाले हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर खुजली नहीं होती है. जब चकत्ते ठीक हो जाते हैं, तो त्वचा की ऊपरी परतें छिल सकती हैं. शोधकर्ताओं का मानना है कि कोविड संक्रमित मरीज़ के शरीर के कई अंगों पर असर पड़ता है. ऐसे में त्वचा पर भी इस तरह के लक्षण नज़र आ सकते हैं.

इंटरनेशनल लीग ऑफ़ डर्मेटोलॉजिकल सोसाइटीज़ और अमेरिकन एकेडमी ऑफ़ डर्मेटोलॉजी ने 39 देशों के 990 मामलों के आंकड़ों को देखा. उन्होंने पाया कि कोविड टोज़ अक्सर 15 दिनों तक दिखाई पड़ते हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये 130-150 दिनों तक भी बने रह सकते हैं.

Source: Huffingtonpost