राजनीति का नाम आते ही सबसे पहले दिमाग में ‘कुर्सी’ शब्द आता है. वही कुर्सी, जिसके लिए उत्तर प्रदेश का सपा परिवार आपसी कलह का शिकार हो जाता है, तो कभी अडवाणी जैसे सीनियर नेता को दरकिनार कर दिया जाता है. हर चुनावों के दौरान में कभी सबसे कम उम्र के युवा नेता सुर्ख़ियों में रहते हैं, तो कभी सबसे उम्रदराज नेताओं का हो-हल्ला रहता है. ऐसा ही एक हल्ला उत्तर प्रदेश चुनावों में देखने को मिल रहा है.

खेरागढ़ से 95 वर्षीय जल देवी ने हाल ही में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है. ज़िला पंचायत की सदस्य रह चुकी जल देवी को उनके बेटे व्हीलचेयर पर नामांकन भरवाने के लिए लेकर गए. जल देवी का उद्देश्य भ्रष्टाचार को उखाड़ कर सिस्टम को सफ़ाई से चलाना है.