बच्चों के मार्क्स आजकल घरवालों के लिए इज़्ज़त की बात हो गई है, जिसे बचाने के लिए बच्चे एग्ज़ाम के प्रेशर को कुछ इस कदर ले लेते हैं कि वो उनके लिए जीने-मरने का सवाल बन जाता है.

इज़्ज़त के इसी सवाल को आंध्र प्रदेश में 9वीं क्लास का एक लड़का दिल से लगा बैठा और एग्ज़ाम में अच्छे नंबर लाने के बावजूद आत्महत्या कर ली. ख़बरों के अनुसार, Bitragunta गांव के रहने वाले 14 वर्षीय धामुल्लुरी विनय ‘गीतांजलि इंग्लिश मीडियम स्कूल’ का छात्र था, जिसको हाल ही में हुई परीक्षा में 9.110 ग्रेड मिले थे. 

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विनय शुरू से पढ़ाई में अच्छा था और उसके टीचर भी उससे 10 में 10 अंक लाने की उम्मीद कर रहे थे, पर विनय उनकी अपेक्षाओं पर ख़रा नहीं उतर पाया और तनाव में रहने लगा. आख़िरकार उसने तनाव के चलते Nellore डिस्ट्रिक्ट में एक ट्रेन के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली.

विनय के घरवालों का कहना है कि ‘वो पढ़ने में अच्छा था, पर स्कूल मैनेजमेंट की तरफ़ से उस पर इतना दवाब बना दिया गया कि वो बर्दाश्त नहीं कर पाया.’