ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरों के बीच ब्रह्मांड से भी दुनिया के लिए अच्छी खबरें नहीं आ रही हैं. नासा ने सूरज पर एक सुराख़ के दिखने की पुष्टि की है, जिसे 75000 मील चौड़ा, यानि 1 लाख, 20 हज़ार, 701 किलोमीटर चौड़ा बताया जा रहा है. नासा के मुताबिक, ये धरती को भी प्रभावित करने की क्षमता रखता है.
Our @NASASun observing satellite captured a sunspot on video between July 5-11, as it rotated into view. Take a look https://t.co/GHB506PKWQ pic.twitter.com/ZuGCo7J2nI
— NASA (@NASA) July 12, 2017
अमेरिकन स्पेस एजेंसी ने इस सुराख़ का नाम AR265 दिया है. ये पृथ्वी पर रेडिएशन के तूफ़ान पैदा कर सकता है और दुनिया के कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स को प्रभावित कर सकता है. दुनिया के कुछ हिस्सों में इससे बिजली की कमी भी हो सकती है.
नासा ने कहा कि, ‘एक नया सनस्पॉट ग्रुप बहुत तेज़ी से बढ़ कर रहा है. ये पहला ऐसा सनस्पॉट है जिसे काफ़ी समय बाद देखा गया है. ये सोलर फ़्लेयर का स्त्रोत भी हो सकता है लेकिन अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी.’

जो लोग इस सुराख़ को देखना चाहते हैं, उन्हें एक अच्छे सोलर फ़िल्टर के साथ ही एक पावरफ़ुल टेलिस्कोप की ज़रूरत पड़ेगी. सूरज को देखने पर भले ही ये सुराख़, ‘चकत्ते’ की तरह नज़र आएं, लेकिन उनका भीतरी भाग पृथ्वी के आकार से भी बड़ा होता है.