कोरोना संकट के बीच डॉक्टर्स मरीज़ों के लिए फ़रिश्ते बनकर सामने आ रहे हैं. इस बीच मुंबई से एक शर्मनाक घटना सामने आई है. मुंबई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मरीज़ और डॉक्टर के रिश्ते को तार-तार करने का काम किया है.  

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मुंबई में वॉकहार्ट हॉस्पिटल के आईसीयू वार्ड में भर्ती एक 44 वर्षीय पुरुष कोरोना मरीज़ ने 34 वर्षीय डॉक्टर पर कथित तौर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. शिकायत के बाद 34 वर्षीय डॉक्टर के ख़िलाफ़ ‘यौन उत्पीड़न’ का मामला दर्ज किया गया है.  

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घटना 1 मई की बताई जा रही है. आरोपी डॉक्टर ने घटना से एक दिन पहले ही हॉस्पिटल में ड्यूटी शुरू की थी. 34 वर्षीय इस डॉक्टर ने 28 और 29 अप्रैल को हॉस्पिटल में नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया था. जबकि 30 अप्रैल को हॉस्पिटल ज्वाइन किया था. उसी दिन हॉस्पिटल में मरीज़ को भर्ती किया गया था.  

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इसी बीच वॉकहार्ट हॉस्पिटल ने आरोपी डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया है. रविवार को एक बयान जारी कर वॉकहॉर्ट ने कहा कि घटना वाले दिन डॉक्टर की ड्यूटी का पहला दिन था. 1 दिन पहले ही डॉक्टर ने हॉस्पिटल ज्वाइन किया था. ये घटना सामने आते ही प्रोटोकॉल के तहत हमने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी और डॉक्टर की सेवाएं समाप्त कर दीं. 

अग्रीपाड़ा पुलिस के मुताबिक़, डॉक्टर पर ग़लत तरीके से छूने का आरोप है. आरोपित डॉक्टर अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के संपर्क में था इसलिए उसे फ़िलहाल गिरफ़्तार नहीं किया गया है. आरोपित से न ही मामले में पूछताछ ही मामले में पूछताछ की गई है. आरोपी को ठाणे में एक अपार्टमेंट ब्लॉक में क्वारंटाइन किया गया है और उसकी निगरानी की जा रही है. 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, आरोपी डॉक्टर ने नवी मुंबई के मेडिकल कॉलेज से अपनी डॉक्टर की पढ़ाई पूरी की थी. घटना कथित तौर पर शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे के आसपास घटी थी. पुलिस ने इस मामले में हॉस्पिटल की शिकायत के बाद डॉक्टर के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 377, 269 और 270 के तहत केस दर्ज कर लिया है.