इंडियन रेलवे देश की जनता को अधिक से अधिक और अच्छी सुविधायें देने के लिए आये दिन नई-नई योजनायें लेकर आ रही है. बीते गुरुवार ही ये खबर आएगी कि आने वाले समय में रेल के जनरल टिकट के लिए लाइन में नहीं लग्न पड़ेगा, बल्कि एटीएम मशीन और ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवी) से टिकट निकल सकेंगे.

आज रेलवे का एक और नया फैसला सामने आया है जिसके तहत अब से ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए आधार नंबर ज़रूरी होगा. रेलवे प्रशासन ने ये फैसला रेलवे टिकट बुकिंग में होने वाली धांधली और बल्क टिकट बुकिंग पर रोक लगाने के लिए लिया गया है. इसलिए रेलवे जल्द ही आधार कार्ड आधारित ऑनलाइन टिकट बुकिंग सिस्टम को लाने वाला है.

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आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही रेलवे बोर्ड ने ट्रेनों में वरिष्ठ नागरिकों को किराए में छूट लेने के लिए आधार कार्ड ज़रूरी किया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1 अप्रैल से बिना आधार कार्ड सीनियर सिटिजंस को किराए में छूट नहीं मिलेगी, हालांकि 31 मार्च तक यह सुविधा वैकल्पिक है.

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2017-18 के लिए रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा बीते गुरुवार पेश किए गए नए बिज़नेस प्लान के मुताबिक, आधार कार्ड आधारित टिकटिंग सिस्टम के साथ ही कैशलेस टिकटिंग सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए देश भर में 6000 पॉइंट ऑफ सेल मशीनें और 1000 ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें इंस्टॉल की जाएंगी. इसके साथ ही कैशलेश ट्रांजैक्शन्स को बढ़ावा देने के लिए रेलवे की ओर से एक टिकटिंग ऐप भी लॉन्च किया जाएगा.

रेल बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी के अनुसार, ‘IRCTC की टिकटिंग साइट पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन के लिए आधार नंबर ज़रूरी होगा. रेलवे बोर्ड द्वारा लिए गए इस फैसले का मुख्य उद्देश्य फर्जी पहचान के साथ टिकट बुकिंग करने वाले टिकट दलालों को रोकना है.’

गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड ने इस साल भारत-बांग्लादेश फ्रेट ट्रेन लॉन्च करने की योजना भी बनाई है. साथ ही 7 से ज़्यादा हिमसागर ट्रेन लॉन्च होंगी इस साल.

Source: scoopwhoop