15 जनवरी इंडियन आर्मी के लिए वो दिन होता है, जब वो परेड ग्राउंड में अपना दमखम दिखा कर देशवासियों को भरोसा दिलाती है कि उनके रहते इस देश पर कोई आंच नहीं आने वाली. इसके लिए इंडियन आर्मी एक महीने पहले से ही तैयारियों में जुट जाती है. इस साल भी आर्मी के कुछ जवान आर्मी डे के लिए रिहर्सल कर रहे थे कि एक दुर्घटना हो गई.

Times Now की एक ख़बर के मुताबिक, मंगलवार को रिहर्सल के दौरान जवान एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे उतर रहे थे कि अचानक ही वो टूट गई. स्पेशल फ़ोर्सेज़ के मेजर सुरेंद्र पूनिया ने इस हादसे के वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा है कि ‘ऐसे उपकरणों के होते हुए हमारे जवानों की जान लेने के लिए हमें किसी दुश्मन से लड़ने की ज़रूरत नहीं.’

हादसे में इस्तेमाल हुए हेलीकॉप्टर का नाम ‘ध्रुव’ है, जो एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर है. इसका इस्तेमाल हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में किया जाता है. फ़िलहाल तीनों जवानों की हालत ख़तरे से बाहर बताई जा रही है.

मेजर सुरेंद्र पूनिया ने इस हादसे के पीछे ख़राब इंजीनियरिंग और घटिया मेटल का इस्तेमाल बताया है. आर्मी के एक अन्य अधिकारी का कहना है कि ‘फ़िलहाल हमें इसके सटीक कारणों का नहीं पता, पर हमने इसकी जांच के लिए अधिकारियों की एक टीम गठित की है, जो हमें अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.’

सेना के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सईद अता हसनैन ने भी इस हादसे को काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.

ख़ैर इस हादसे ने एक सवाल हमारे सामने छोड़ दिया है कि ‘क्या ऐसे उपकरणों के साथ हम अपने जवानों को सीमा पर लड़ने के लिए भेज सकते हैं?’

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