नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) जेईई मेन (JEE Main) और नीट परीक्षा (NEET Exam 2020) का आयोजन होना है, लेकिन स्टूडेंट्स कोरोना महामारी के वक़्त नीट और जेईई मेन परीक्षा को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. अब परीक्षा का विरोध कर रहे छात्रों का समर्थन स्वीडिश क्लाइमेट एक्टिविस्ट और ग्लोबल आइकॉन ग्रेटा थुनबर्ग ने भी किया है. उन्होंने इस वक़्त परीक्षा आयोजित कराने को पूरी तरह से अनुचित क़रार दिया है.   

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बता दें, देश भर के छात्रों समेत कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन जैसे राजनेताओं ने भी केंद्र सरकार से परीक्षा को स्थगित करने का आग्रह किया है.   

जेईई की परीक्षा को ले कर भारत में चल रहे विवाद पर ग्रेटा थुनबर्ग ने ट्विटर पर लिखा, ‘ये बहुत अनुचित है कि भारत के छात्रों को कोविड-19 महामारी के दौरान राष्ट्रीय परीक्षा में बैठने के लिए कहा जा रहा है, जबकि लाखों लोग बाढ़ से भी प्रभावित हुए हैं. मैं #PostponeJEE_NEETinCOVID के साथ हूं.’  

NEET और JEE सहित विभिन्न परीक्षाओं को स्थगित करने के लिए आवाज़ें तब और बुलंद होने लगीं, जब COVID-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 4 हज़ार से ज़्यादा छात्रों ने एक दिन की भूख हड़ताल कर दी.   

विरोध प्रदर्शन पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को छात्रों के ‘मन की बात’ को सुनना चाहिए और ‘एक स्वीकार्य समाधान’ पर पहुंचना चाहिए और उनकी पार्टी ने मांग रखी कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) टाल दिया जाए.  

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वामपंथी अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA) के अनुसार, 4,200 से अधिक छात्रों ने अपने-अपने घर पर दिन भर की भूख हड़ताल की, जिसमें मांग की गई कि कक्षा 10 और 12 की CBSE कंपार्टमेंट परीक्षा रद्द कर दी जाए और प्रवेश परीक्षा जैसे UGC-NET, CLAT, NEET और JEE को स्थगित किया जाए.  

बता दें, JEE (मेन) 1 से 6 सितंबर के बीच आयोजित किया जाना है, जबकि JEE (एडवांस्ड) 27 सितंबर को आयोजित किया जाएगा. NEET का आयोजन 13 सितंबर को होगा.