एड फ़िल्ममेकर और एक्टिविस्ट राम सुब्रहम्नयन अक्सर अपने पॉलिटिकल बयानों की वजह से सोशल मीडिया पर सुर्खियों में रहते हैं. वे अक्सर देश के राजनीतिक हालातों पर अपनी राय प्रकट करते हैं और उन्हें कई बार ऑनलाइन ट्रोल्स का भी सामना करना पड़ता है लेकिन इस बार उन्होंने जो ट्वीट किया है, उससे वाकई एक बड़े विवाद को हवा मिल सकती है.
राम ने अपने हालिया ट्वीट में कहा है कि जो कोई भी शख़्स पीएम मोदी के ऊपर जूता उछालेगा, वे उसे 1 लाख रूपयों का इनाम देंगे.
उन्होंने लिखा: मैं हर उस इंसान को 1 लाख रूपए देने की घोषणा करता हूं जो पीएम मोदी पर जूता या चप्पल उछालेगा. यही भारत का नया कल्चर है जिसकी नींव बीजेपी ने रखी है.
Not at all… I am offering 1 Lakh to anyone who throws a chappal/shoe at @narendramodi ji. Welcome to the new Indian culture. Foundation laid by @BJP4India https://t.co/gEh5nxUGq7
— Ram Subramanian (Voice Of Ram) (@VORdotcom) November 20, 2017
राम ने ये ट्वीट डीके शिवकुमार को रिप्लाई करते हुए किया था. शिवकुमार ने ट्वीट किया था कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी का एक नेता मशहूर एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के ऊपर 10 करोड़ का ईनाम रख रहा है जो न केवल एक सफ़ल अभिनेत्री है बल्कि एक मशहूर खिलाड़ी की बेटी भी है. क्या ये बीजेपी का कल्चर है और क्या इस तरह बीजेपी महिलाओं की रिस्पेक्ट करना चाहती है? इस पर तुरंत एक्शन लिया जाना चाहिए.
It is condemnable that a BJP office bearer is placing a bounty of Rs. 10 crore on @deepikapadukone, who is from our state & the daughter of one of India’s most respected sportsman.
Is this BJP’s culture & the way they show respect towards women? Immediate action should be taken.— DK Shivakumar (@withDKS) November 20, 2017
राम ने अपने इस ट्वीट के बारे में कहा था कि इस सुपारी कल्चर की शुरूआत बीजेपी ने ही की है. हाल ही में मशहूर अदाकारा दीपिका पादुकोण की नाक काटने पर 10 करोड़ का इनाम की घोषणा की खबर को दुनिया के कई मीडिया चैनलों ने भी कवर किया, जिससे देश की काफी बदनामी भी हुई. यही नहीं पद्मावती विवाद पर इन नेताओं ने देश भर के सिनेमाघरों को जला कर खाक करने की बात भी की थी लेकिन अपने नेताओं और पार्टी सदस्यों पर कार्यवाई करना तो दूर, पीएम मोदी ने इस मुद्दे पर पूरी तरह से मौन साधा हुआ है.
प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए ऐसा कोई भी ट्वीट निंदनीय है और ज़ाहिर है इस मामले में राम सुब्रमण्यन की आलोचना होनी ही चाहिए लेकिन इसका दूसरा पहलू ये भी है कि आखिर क्यों एनडीए सरकार, अपने नेताओं के खिलाफ़ कोई भी कार्यवाई से बचती है और देश के बॉलीवुड सितारों को खुलेआम धमकी और मीडिया चैनलों में खुलेआम लहराती तलवारों के बावजूद इन असामाजिक तत्वों पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा है?