मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए श्लोक और भजन गुनगुनाने की सलाह दी है.
कोरोना वायरस रोगियों को ठीक करने में मदद करने के लिए विकल्पों की तलाश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब संक्रमण के उपचार के लिए योग, मंत्र और संगीत का उपयोग करने का सुझाव दिया है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना था कि कई बीमारियों को सही देखभाल से ठीक ही किया जा सकता है, लेकिन जब बात कोरोना संक्रमण की आती है, तो ऐसे में एक मां भी अपने बेटे को छू नहीं सकती है. इसलिए उपचार की प्रचलित प्रणाली के साथ-साथ भारतीय परंपराओं में तात्विक प्रथाओं को अपनाने में किस बात की शंका है.
इससे पहले भी कोरोना से प्रभावित मध्य प्रदेश में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) बढ़ाने के लिए सरकार ने ‘जीवन अमृत योजना’ शुरुआत की थी. इसके तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को निशुल्क काढ़ा बांटा जाएगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ख़ुद ‘जीवन अमृत योजना’ लॉन्च की थी. इसके अंतर्गत आयुष विभाग के सहयोग से ‘मध्य प्रदेश लघु वनोपज संघ’ द्वारा काढ़े के 50-50 ग्राम के पैकेट्स तैयार किए गए हैं. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगभग 1 करोड़ लोगों को ये काढ़ा निशुल्क वितरित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
इस दौरान वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के ज़रिए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संकट के इस दौर में हर व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता का मज़बूत होना बेहद ज़रूरी है, जिससे ये वायरस हम पर प्रभाव न कर पाए.
हमने अपनी पार्टी के सभी नेताओं से वैकल्पिक उपचार के लिए अपने- अपने सुझाव भेजने के लिए भी कहा है. उम्मीद है कि आने वाले कुछ समय में हम इलाज के लिए एक नए मॉड्यूल के साथ सामने आएंगे, जिससे कोरोना की रोकथाम के साथ ही मृत्यु दर को भी कम किया जा सकेगा.
पुराने समय में हमारे ऋषियों और वैद्यों ने कई तरह की दवाएं बनाई थीं जो इम्युनिटी में वृद्धि करने का काम करती हैं. हमारे आयुष विभाग द्वारा तैयार विशेष त्रिकुटा चूर्ण-काढ़ा इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत प्रभावी है.