बीते रविवार को एक बार फिर से दिल्ली के ‘जामिया विश्वविद्यालय’ के बाहर देर रात क़रीब 11.30 बजे गेट नंबर 5 पर स्कूटी सवार दो अज्ञात युवकों ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर फ़ायरिंग कर दी.
हालांकि, इस दौरान किसी भी छात्र को गोली नहीं लगी, लेकिन इससे मौके पर दहशत और अफ़रा-तफ़री का माहौल बन गया. जब तक प्रदर्शनकारी छात्र कुछ समझ पाते स्कूटी सवार फ़रार हो गए. इस घटना के विरोध में छात्र जामियानगर थाने का घेराव कर गोली चलाने वालों को गिरफ़्तार करने की मांग पर अड़ गए.
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने गोली चलने की घटना की पुष्टि नहीं की है. छात्रों ने बताया कि स्कूटी चला रहे लोगों ने लाल रंग की जैकेट पहन रखी थी. स्कूटी का नंबर 1532 बताया जा रहा है.
सिर्फ़ इतना ही नहीं इसके बाद रात क़रीब 2.30 बजे शराब के नशे में धुत दो कार सवार लोगों ने ‘जामिया विश्वविद्यालय’ के गेट नंबर 7 के बाहर बैरिकेड तोड़कर प्रदर्शनकारी छात्रों पर कार चढ़ाने की कोशिश भी की.
छात्रों का आरोप है कि शराब के नशे में धुत दोनों आरोपियों ने प्रदर्शनकारी छात्रों को न सिर्फ़ देशविरोधी कहा बल्कि उन्हें अपशब्द भी कहे. इसके बाद छात्रों ने इन दोनों आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने क्षतिग्रस्त कार को अपने कब्जे में ले लिया है. आरोपियों से पूछताझ जारी है.
जानकारी दे दें कि पिछले 15 दिसंबर से जामिया के छात्र विश्वविद्यालय के बाहर सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं. जामिया कैंपस के अंदर हुई पुलिस की बर्बरता के ख़िलाफ़ भी छात्रों का ये प्रदर्शन 3 फ़रवरी को भी जारी रहा.
इससे पहले बीते शनिवार को कपिल गुर्जर नाम के एक शख़्स ने ‘शाहीन बाग’ में प्रदर्शन स्थल पर जाकर फ़ायरिंग की. बीते रविवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया. इसके बाद उसे 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.
पुलिस पूछताझ के दौरान आरोपी कपिल गुर्जर ने बताया कि वो दूध का कारोबार करता है. वो दूध दक्षिण दिल्ली में भी सप्लाई करता है. ऐसे में शाहीन बाग का रास्ता बंद होने के कारण उसे डीएनडी पुल से होकर आना पड़ रहा था. इसकी वजह से उसके कई घंटे ख़राब हो रहे थे. इसी वजह से वो काफ़ी परेशान था. इसके बाद गुस्से में आकर ही उसने फ़ायरिंग की वारदात को अंजाम दिया है.