जाको राखे साइयां मार सके न कोय, बाल न बांका कर सके या जग बैरी होय’

ये कहावत एक घटना पर पूरी तरह से फ़िट बैठती है. दरअसल, लैटिन अमेरिकी देश मेक्सिको के डुरंगो शहर में एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिस पर 97 यात्री और 4 क्रू मेंबर सवार थे. पर भगवान का शुक्र है कि इस हादसे में किसी की मौत नहीं हुई, हालांकि, कुछ यात्रियों को चोटें आयी हैं. वहीं दो यात्रियों की हालत थोड़ी गंभीर बताई जा रही है.

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ये हादसा बीते मंगलवार का है, जब सुबह 4 बजे के करीब भारी बारिश के दौरान एयरो मेक्सिको के एक एम्ब्रायर यात्री विमान में टेक ऑफ़ (उड़ान भरने) करते ही आग लग गई. इस बात की पुष्टि मैक्सिको के कम्युनिकेशन एंड ट्रांसपोर्टेशन मिनिस्टर, Gerardo Ruiz Esparza ने अपने ट्विटर अकाउंट पर की.

ANI के अनुसार, डुरंगो के गवर्नर ने भी ट्वीट करते हुए करते हुए कहा, ‘इस बात की पुष्टि हो गई है कि विमान एएम 2431 के दुर्घटनाग्रस्त होने से किसी की मौत नहीं हुई है.’

HT के अनुसार, विमान में सवार एक यात्री, Jackeline Flores ने रिपोर्टर्स को बताया कि वो और उसकी बेटी एक होल में से बाहर निकल गई, क्योंकि विमान में धुंआ भरा हुआ था और आग लगी हुई थी.

Flores, जो मेक्सिकन थी लेकिन कोलंबिया के बोगोटा में रहती थी ने बताया, ‘एक छोटी सी बच्ची, जो प्लेन में छूट गई थी, रो रही थी क्योंकि उसके पैर जल गए थे.’ इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण मुश्किल से ही प्लेन ज़मीन से थोड़ा ऊपर उठा था और तुरंत ही नीचे आ गया. मेरे सारे डाक्यूमेंट्स और पासपोर्ट आग में जल गए. ‘मैं भगवान की शुक्रगुज़ार हूं कि उनकी कृपा मेरे पर रही.’

राज्य की सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के स्पोक्समैन, Alejandro Cardoza ने जानकारी देते हुए कहा कि एयरक्राफ़्ट ने हवाई अड्डे से लगभग 6 मील (10 किमी) के लगभग आपातकालीन लैंडिंग की. अन्य अधिकारियों ने कहा कि दुर्घटना हवाई अड्डे के करीब ही हुई थी.

Cardoza ने एक इंटरव्यू में कहा,

‘करीब 85 यात्रियों के हल्की-फुल्की चोटें आयीं हैं, विमान में दुर्घटना के कारण आग लग गई थी. सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी ने कहा कि 37 लोगों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. वहीं राज्य के हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार, दो यात्रियों की स्थिति गंभीर है. ज़्यादातर यात्री खुद ही जहाज़ से बाहर निकल गए थे.’

डुरंगो एयरपोर्ट के ऑपरेटर, Grupo Aeroportuario Centro Norte ने प्रारंभिक रिपोर्टों का हवाला देते हुए दुर्घटना के लिए ख़राब मौसम को जिम्मेदार ठहराया है.

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मैक्सिको की सिविल एविएशन एजेंसी के हेड, Luis Gerardo Fonseca ने कहा, ‘हादसे की असली वजह का पता लगाने में एक महीने का समय लगेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बचाव कार्य पूरा होने के बाद विमान की आवाज़ और डेटा रिकॉर्डर निकाले जाएंगे.

ख़ैर, ये एक भयानक हादसा भी हो सकता था, पर यहां इस बात का शुक्र मानना चाहिए कि इसमें किसी की जान नहीं गई.