पूर्व-मध्य रेलवे के इतिहास में पहली बार, 3 महिलाओं (2 लोको पायलट और 1 गार्ड) ने एक मालगाड़ी का चार्ज लिया.
शुक्रवार को ये तीनों महिलाएं, मालगाड़ी को बिहार के दानापुर स्टेशन से फ़तुहा जंक्शन तक ले गई.
लोको पायलट- सोनी कुमारी और विभा कुमारी और गार्ड स्वाति स्वरूप ने 31 किलोमीटर की यात्रा पूरी की. मालगाड़ी, सामान लेकर दानापुर स्टेशन से 1:10 बजे दोपहर में निकली और 2:35 बजे फ़तुहा जंक्शन के यार्ड तक पहुंची.

तीनों महिलाओं की हिम्मत और तकनीकी जानकारी की दाद देते हुए दानापुर के DRM, प्रकाश ठाकुर ने TOI को बताया,
इन महिलाओं के लिए ये सिर्फ़ एक शुरूआत है. पहले तो इनसे सिर्फ़ दिन में कम दूरी के लिए काम लिया जाएगा, सुरक्षा के नज़रिए से ऐसा किया जाएगा. रेलवे ने महिला लोको पायलट और गार्ड के लिए महिला आरपीएफ़ सिपाहियों की व्यवस्था भी की थी.

DRM ने ये भी बताया कि पूर्व-मध्य रेलवे के दानापुर डिविज़न के पास अच्छी तरह से प्रशिक्षित महिला लोको पायलट और गार्ड्स हैं.
इससे पहले एक महिला टीम एक पैसेंजर ट्रेन को रांची से टोरी ले जा चुकी है.
HT की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल 8 मार्च को एक महिला टीम रांची-लोहरदग्गा-टोरी पैसेंजर ट्रेन ने 111 किलोमीटर की यात्रा पूरी की थी. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ये अनोखी पहल की गई थी.
इस ट्रेन में टिकट चेकर से लेकर आरपीएफ़ सिपाही भी सभी महिलाएं ही थीं.
महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं, ये एक दफ़ा फिर ये साबित हो गया.
Feature Image Source- TOI