अमेरिका के फ़्लोरिडा में रहने वाले 72 वर्षीय स्टुअर्ट और 70 एड्रियन बेकर की शादी को 51 साल हो गए थे. 15 मार्च 2020 तक ये दोनों पूरी तरह से स्वस्थ थे. 29 मार्च को 6 मिनट के भीतर एक के बाद एक दोनों की मौत हो गई.
न्यूज़ 18 के मुताबिक़, क़रीब 3 सप्ताह पहले 72 वर्षीय स्टुअर्ट और 70 एड्रियन बेकर को बीमार महसूस होने के बाद उनका बेटा डॉक्टर के पास लेकर गया था. जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें घर भेज दिया. इस बीच जब उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ, तो डॉक्टरों ने उन्हें किसी अन्य अस्पताल में दिखाने की सलाह दी. दूसरे अस्पताल में दिखाने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें सेल्फ़-क़्वारंटीन के लिए घर भेज दिया.
19 मार्च को अचानक तबियत ख़राब होने के बाद स्टुअर्ट को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. उन्हें बुखार और अस्थमा था. इस दौरान एड्रियन को बुखार नहीं था, इसलिए उन्हें फिर से सेल्फ़-क़्वारंटीन के लिए घर भेज दिया गया. डॉक्टरों ने जब उपचार शुरू किया तो स्टुअर्ट का ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा था. इसके बाद बाद 24 मार्च को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव निकली. ठीक उसी दिन एड्रियन का कोरोना टेस्ट भी पॉज़िटिव निकला.
इसके बाद डॉक्टरों ने उनके बेटे Buddy Baker को सूचित किया कि दोनों में ऑक्सीजन का लेवल लगातार गिर रहा है. 29 मार्च की सुबह 6 मिनट के भीतर एक के बाद एक दोनों की मौत हो गई.
1 अप्रैल को Buddy Baker ने ट्विटर पर एक भावनात्मक वीडियो शेयर करते हुए कहा-
जब तक मेरे माता-पिता का टेस्ट पॉज़िटिव नहीं आया तब तक हमें वास्तव में उनकी स्थिति की गंभीरता का एहसास ही नहीं हुआ. जब तक ये ख़तरनाक वायरस आपको या आपके किसी चाहने वाले को हो नहीं जाता तब तक आपको इसकी गम्भीरता का अहसास नहीं होगा. मैं चाहता हूं कि किसी के भी साथ ऐसा न हो. अब मैं लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का काम करूंगा, ताकि मेरे माता-पिता की मौत व्यर्थ न जाए.
In loving memory of my mom and dad- please make the tough and right choice and help stop the spreading of this virus. pic.twitter.com/FqVEWjdscq
— Buddy Baker (@ESG_Baker) March 31, 2020
CNN से बातचीत में एक्सक्लूसिव स्पोर्ट्स ग्रुप के सीईओ Buddy Baker ने कहा कि सीडीसी या अन्य अधिकारी जब लोगों को इस वायरस से लड़ने के सुझाव देते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि लोग उन्हें अधिक महत्व देते होंगे. लेकिन यही हमारी सबसे बड़ी ग़लती है. कोरोनो वायरस से लड़ने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही होगा. यही हमें इस ख़तरनाक बीमारी से बचा सकता है.