कश्मीर में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. Free Press Kashmir के अनुसार, गांदेरबल में मंगलवार को 16 साल की लड़की के बलात्कार के आरोप में 20 साल के युवक को गिरफ़्तार किया गया है.


इससे पहले बांदीपोरा में एक 3 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 मई को बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया था और गांववालों ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा था.   

Manorama Online

बच्ची का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा था. ये वीडियो हम नहीं दिखा रहे क्योंकि ये ग़लत है और न्याय-विरोधी है. इंसाफ़ दिलवाने के लिए बच्ची का वीडियो वायरल करने की क्या ज़रूरत नहीं है.


TOI की रिपोर्ट के मुताबिक सर्वाइवर बच्ची के पिता ने कहा,  

8 मई की शाम जब सभी रोज़ा तोड़ने में लगे थे, तब मेरी बच्ची ग़ायब हो गई. मेरी पत्नी ने बताया कि मेरी बेटी अपने चाचा के साथ मार्केट गई हुई थी. नमाज़ अदा करके मैं घर वापस आया तब भी मेरी बच्ची नहीं लौटी थी. जब मैंने बच्ची चाचा से पूछा तो उसने बताया कि उसने 7.20 के आस-पास ही बच्ची को घर पहुंचा दिया था. फिर हमने खोज शुरू की पर वो नहीं मिली.

रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्ची के चाचा ने उसे घर के बाहर छोड़ दिया था और वो वहीं खेलने लगी थी. सभी नमाज़ अदा कर रहे थे. बच्ची को अकेला पाकर आरोपी ने उसे Chewing Gum दिलाने का लालच दिया और पास के स्कूल के बाथरूम में ले जाकर बलात्कार किया. 

Times Now News

सर्वाइवर की मम्मी के मुताबिक, 

एक आख़िरी कोशिश के तौर पर हमने उसे ज़ोर से आवाज़ लगाई और हमें घर के सामने स्कूल के बाथरूम से आवाज़ सुनाई दी. मैं दौड़कर गई और मेरी बच्ची को खून में लथपथ नग्न अवस्था में पाया. जब मैंने उससे पूछा तो बच्ची ने आरोपी का नाम लिया. फिर हम पुलिस के पास गए और आरोपी को गिरफ़्तार करवाया.

Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी को जम्मू कश्मीर पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.  

India Today

बच्ची के साथ हुए रेप को लेकर कश्मीर में हिंसा भड़क उठी है. गुस्सीई भीड़ आरोपी के लिए सज़ा-ए-मौत की मांग कर रही है. ANI के रिपोर्ट के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन में अब तक 40 से ज़्यादा सुरक्षाकर्मी और कई प्रदर्शनकारी घायल हो चुके हैं. कश्मीर के अलग-अलग स्थानों पर इस घटना के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन जारी हैं.


Mumbai Mirror की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.  

आरोपी के परिवार को गांव छोड़ने के लिए कह दिया गया है. 

इन घटनाओं से एक बार फिर ये सवाल उठता है कि एक समाज के रूप में हम किस दिशा में जा रहे हैं?