महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा सोशल मीडिया पर ख़ासा एक्टिव रहते हैं. ख़ासतौर से उनके पोस्ट ऐसे लोगों के लिए होते हैं, जिन्होंने कुछ भी बेहतर किया होता है. साथ ही वो ऐसे लोगों की मदद करने से भी नहीं चूकते. एक बार फिर आनंद महिंद्रा ने कुछ ऐसा ही किया है. हाल ही में इन्होंने बिहार के रहने वाले एक किसान लौंगी भुईंयां को ट्रैक्टर उपहार में देने का एलान किया है.

लौंगी भुईंयां, गया जिले के वो ही किसान हैं, जिन्होंने अकेले 3 किलोमीटर लंबी एक नहर खोदने का कारनामा किया है. इस काम में उन्हें पूरे 30 साल का समय लग गया. नहर को लौंगी भुईंयां ने अपने खेत को सींचने के लिए खोदा है, जिससे प्रभावित होकर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने उन्हें भेट में ट्रैक्टर देने का एलान किया है.

दरअसल, एक यूज़र ने आनंद महिंद्रा को टैग करते हुए ट्वीट में लिखा था कि ‘गया के लौंगी मांझी ने अपने ज़िंदगी के 30 साल लगा कर नहर खोद दी. उन्हें अभी भी कुछ नहीं चाहिए, सिवा एक ट्रैक्टर के. उन्होंने मुझसे कहा है कि अगर उन्हें एक ट्रैक्टर मिल जाए तो उनको बड़ी मदद हो जाएगी.’
इस पर आनंद महिंद्रा ने भी ट्वीट कर जवाब दिया, ‘उनको ट्रैक्टर देना मेरा सौभाग्य होगा. हम @MahindraRise का इसे सम्मान मानते हैं और उन्हें ट्रैक्टर भेंट करना चाहते हैं. उन तक पहुंचने का रास्ता बताएं.’
उनको ट्रैक्टर देना मेरा सौभाग्य होगा। As you know, I had tweeted that I think his canal is as impressive a monument as the Taj or the Pyramids. We at @MahindraRise would consider it an honour to have him use our tractor. How can our team reach him @rohinverma2410 ? https://t.co/tnGC5c4j8b
— anand mahindra (@anandmahindra) September 19, 2020
इस बीच ख़ुशी की बात ये है कि भुईंयां को ट्रैक्टर मिल भी गया है, जिसे ख़ुद आनंद महिंद्रा ने कंफ़र्म किया. ट्रैक्टर को पाकर लौंगी भुईंयां और ट्वीट करने वाले यूज़र काफ़ी खुश हैं.
You & your team are simply the best @hsikka1 Can’t believe I proposed gifting Laungi Bhuiyan—Bihar’s ‘CanalMan”—a tractor only yesterday morning & by late yesterday evening you had delivered it to him! Well done, & my gratitude to our dealer partner as well. pic.twitter.com/EFCBsrgPq2
— anand mahindra (@anandmahindra) September 20, 2020
बता दें, लौंगी भुईंयां ने जहां ये नहर खोदी है, उस क्षेत्र में 5 किलोमीटर तक सिर्फ़ जंगल ही जंगल था. जंगल को हटाकर 3 किलोमीटर की नहर को खोदने में इन्हें 30 साल का समय लगा. अब उनके इस काम से 3 गांवों के क़रीब 3 हज़ार लोगों को फ़ायदा पहुंचेगा.