Anand Mahindra Share Price Of Ambassador In 1972: सोशल मीडिया पर आज कल पुराने वक़्त में चीज़ों की सरप्राइज़िग क़ीमत वाले पोस्ट वायरल होते रहते हैं. कभी साइकिल तो कभी बुलेट और कभी किसी रेस्टोरेंट का पुराना बिल वायरल होता है. मगर अब महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने ऐसी चीज़ की क़ीमत शेयर की है, जिसे पढ़कर लोगों के होश ही उड़ गए हैं. यहां तक ख़ुद आनंद महिंद्रा यक़ीन नहीं कर पा रहे कि कभी इनकी क़ीमत इतनी कम थी.
दरअसल, आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर 50 साल पहले एंबेसडर (Ambassador) और फिएट कार (Fiat Car) की कीमतों का खुलासा किया है. इन कारों का दाम उस दौरान इतना कम था कि आज के दौर में उतने में एक बाइक भी नहीं आ पाएगी.
1972 में बेहद कम थी एंबेसडर और फिएट कार की क़ीमत
बिज़नेस टाइकून ने अपने ट्वीट के ज़रिए 1972 की एंबेसडर और फिएट कार की क़ीमत शेयर करते हुए लिखा कि इसे पढ़ कर उन्हें ख़ुद भी भरोसा नहीं हो रहा है.
आनंद महिंद्रा ने कहा, ‘मैं उस समय जेजे कॉलेज में था. बस से आता-जाता था. मेरी मां कभी-कभी मुझे अपनी नीली फिएट ड्राइव करने की अनुमति दे देती थी. आज ये ख़बर पढ़कर मुझे ख़ुद भरोसा नहीं हो पा रहा है कि उस समय इन गाड़ियों की क़ीमत मात्र इतनी थी.’
Anand Mahindra Share Price Of Ambassador In 1972
दरअसल, उन्होंने एक अख़बार की कटिंग शेयर की. ये ख़बर 25 जनवरी 1972 की है, जिसमें बताया गया कि एंबेसडर और फिएट का दाम बढ़ गया है. अख़बार के कटिंग के मुताबिक, एंबेसडर और फिएट की गाड़ियों की क़ीमत बढ़ गई है. जिसके बाद एंबेसडर की नई कीमत 16,946 रुपये हो गई थी, जबकि फिएट 1100-D की क़ीमत बढ़कर 15,946 हो गई.
इस पोस्ट पर बहुत से लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
All I can see is how the value of the currency has depreciated over time.
— Kashif Raza (@simplykashif) January 29, 2023
In 15,000 today you just get two car tyres of a car.
But the same 15,000 if kept in gold would have fetched you a car even today.
Also an indicator of shameful governance under Socialism .
— Dr. Sudhir Mehta (@sudhirmehtapune) January 29, 2023
Supreme courts need , for intervention, is an indicator of the degenerate economic thinking , under which India was forced to struggle for decades . Without license raj domestic auto majors would have done even better
Pertinent to note, middle-class monthly salary at that time was about Rs. 300 (40-50K now). So a car was priced 55 X monthly salary.
— India_tweets (@Indiatweets15) January 29, 2023
Today a decent car costs 8L, so it’s just 18Xmonthly salary. Effective price is nearly 1/3 now.
Used car at even 1.5-2L #EasyAffordability
Assuming 8% as inflation after 50 years same car would cost around 8 lakhs. 1972 only very very few people can afford for the car but today a fresher with decent salary can get this car for his family through debt from banks at 9% interest. pic.twitter.com/WKELBDrSSK
— Senthil Kumar (@senthil2achieve) January 29, 2023
क्या आपके घर पर अभी भी एंबेसडर या फिएट कार है?
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