तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बने अभी 12 दिन ही हुए हैं. लेकिन सीएम साहब के तेवर देखने लायक़ हैं. राज्य की ख़स्ता हालत सुधारने के बजाए वो अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में बने हुए हैं. इस बीच ‘फटी जीन्स’ के बाद अब उनका एक और विवादित बयान सामने आया है. 

zeenews

दरअसल, बीते रविवार को उत्तराखंड के रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान, तीरथ सिंह रावत ने कहा कि, कोरोना काल में जो ग़रीब परिवार राशन के लिए परेशान थे, उन्हें केंद्र सरकार की ओर से बांटा जा रहा राशन ज़्यादा चाहिए था तो उन्हें भी 20 बच्चे पैदा करने चाहिए थे. 

navbharattimes

तीरथ सिंह रावत ने आगे कहा, ‘हर परिवार को 5 किलो राशन दिया गया. जिस परिवार में 10 लोग थे उनको 50 किलो, जहां 20 लोग थे उन्हें क्विंटल भर राशन दिया गया. फिर भी कुछ लोगों को जलन होने लगी कि 2 वालों को 10 किलो और 20 वालों को क्विंटल भर क्यों मिला. इसमें जलन कैसी? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए 20 क्यों नहीं पैदा किए 

बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन ग़रीबों को कई तरह की मुश्किल का सामना करना पड़ा था. करोड़ों लोगों के सामने भूख का संकट खड़ा हो गया था. ऐसे में केंद्र द्वारा ‘प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण योजना’ के तहत देशभर में राशन बांटा था और हर घर के लिए प्रति व्यक्ति के हिसाब से 5 किलो अनाज और 1 किलो दाल दी जा रही थी. 

bbc

उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने संबोधन के दौरान इसी बात को लेकर चर्चा कर रहे थे, लेकिन उन्होंने बात-बात में विवादित बयान दे डाला. इसी कार्यक्रम में वो ये भी कह गए कि जिस अमेरिका ने भारत को 200 साल तक ग़ुलाम बनाकर रखा वो आज संघर्ष कर रहा है.