इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में खेले गए 18वें एशियाई खेलों में एथलीट स्वप्ना बर्मन ने हेप्टैथलॉन स्पर्धा में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया था. गोल्ड जीतकर देशवासियों के चहरे पर मुस्कान लाने वाली इस एथलीट को इस बार देशवासियों ने शानदार तोहफ़ा दिया है.
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दरअसल स्वप्ना के दोनों पैरों में 6-6 उंगलियां हैं, जिससे उन्हें सामान्य जूते पहनने में काफी दिक्कत होती है, लेकिन स्वप्ना अब कस्टमाइज़ जूते पहनकर प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगी.
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इस गोल्ड मेडलिस्ट एथलीट ने जीत के बाद भावुक होकर अपने लिए विशेष जूते बनाने की अपील की थी. उनकी इस अपील के बाद खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ‘भारतीय खेल प्राधिकरण’ को निर्देश दिए थे. निर्देश मिलने के बाद SAI ने अब स्पोर्ट्स शूज़ बनाने वाली मशहूर कंपनी ‘एडिडास’ से करार किया है, जो इस एथलीट के 12 उंगलियों वाले पैरों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए हुए जूते तैयार करेगी.
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SAI महानिदेशक नीलम कपूर ने कहा, ‘स्वप्ना का मामला जानने के बाद खेल मंत्रालय ने जकार्ता से तुरंत हमें निर्देश दिया कि उनके लिए विशेष जूतों का इंतज़ाम किया जाए. हमने ‘एडिडास’ से इस संबंध में बात की और उन्होंने हमें ये विशेष जूते मुहैया कराने पर सहमति जतायी है’.
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स्वप्ना ने मेडल जीतने के बाद कहा था कि ‘मैंने ये पदक नेशनल स्पोर्ट्स डे के मौक़े पर जीता है, इसलिए ये मेरे लिए बेहद ख़ास है. मैं अकसर सामान्य जूते ही पहनती हूं, जिसमें पांच उंगलियों की जगह होती है. ट्रेनिंग के दौरान इसमें काफी परेशानी होती है, मुझे काफ़ी दर्द सहना पड़ता है’.
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गोल्ड मेडल जीतने के लिए सपना को न सिर्फ़ जूतों की परेशानी झेलनी पड़ी, बल्कि वो उस दौरान तेज़ दांत दर्द से भी परेशान थी, लेकिन उन्होंने दर्द को भुलाकर देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता.