योग गुरू बाबा रामदेव एक दफ़ा फिर से सुर्खियों में हैं. उनके बयानों पर गहरी रिसर्च करने से पता चलेगा कि उनके पास हर जटिल समस्या का समाधान है.


बाबा के शब्दों में,  

दो से ज़्यादा जो भी बच्चा पैदा करेगा उस बच्चे को वोटिंग राइट नहीं होगा, चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं होगा, सरकार की ओर से जो भी सुविधाएं दी जाती हैं, उससे उनको वंचित कर दिया जाए. तो फिर लोग ज़्यादा बच्चे पैदा नहीं करेंगे चाहे वो किसी भी मज़हब का है, देश हम सबका है…

-बाबा रामदेव

इस बार बाबा रामदेव ने जनसंख्या नियंत्रण का समाधान बताया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाबा रामदेव ने हरिद्वार में कहा कि अगर भारतीय सरकार किसी परिवार में पैदा होने वाले तीसरे बच्चे का मताधिकार छीन ले, तो भारत की जनसंख्या पर नियंत्रण किया जा सकता है. 

इससे पहले जनवरी, 2019 में बाबा रामदेव ने कहा था कि जो दंपत्ति 2 से ज़्यादा बच्चे पैदा करें, तो उनका मताधिकार छीन लेना चाहिए और उन्हें चुनाव लड़ने की इजाज़त नहीं देनी चाहिए. बाबा ने ये भी कहा था कि उन्हें सरकारी स्कूल, अस्पताल का प्रयोग करने से रोकना चाहिए और सरकारी नौकरी भी नहीं दी जानी चाहिए.


इसके अलावा बाबा रामदेव ने गौ हत्या और और शराबबंदी पर पूर्ण बैन लगाने की मांग भी की.   

Deccan Herald

बाबा रामदेव के बयान पर ट्विटर सेना की प्रतिक्रिया: 

बाबा रामदेव की बात पर AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपना मत रखा 


‘लोगों को असंवैधानिक बातें कहने से रोकने के लिए कोई क़ानून नहीं है पर रामदेव की बात को इतना महत्व क्यों दिया जाता है? वो अपने पेट से कुछ कर सकते हैं, पैर मोड़ सकते हैं, इसका मतलब ये थोड़ी है कि उनकी वजह से मोदी जी अपना मताधिकार खो दें क्योंकि वे भी तीसरी संतान हैं.’

जनसंख्या वृद्धि भारत के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में हम चीन को पछाड़कर सबसे ज़्यादा आबादी वाले देश बन जाएंगे.