बड़े-बुजुर्गों को कई बार कहते सुना होगा कि भगवान की लीला भी निराली है और आज हम आपको एक ऐसी ही अजीबोगरीब घटना के बारे एमिन बताने जा रहे हैं. ये खबर आपको सोचने पर मजबूर ज़रूर करेगी. ये घटना पूर्वोत्तर भारत में घटित हुई है. यहां एक ऐसे नवजात शिशु ने जन्म लिया, जिसका दिल सीने से बाहर धड़क रहा था.

बीते बुधवार पूर्वोत्तर भारत के एक सरकारी हॉस्पिटल में 28 वर्षीय ताज्मिना ख़ातून ने एक बच्ची को जन्म दिया, लेकिन नई-नई मां बनी इस महिला ने जब अपनी बच्ची को देखा, तो उसके होश उड़ गए. दरअसल, इस नवजात बच्ची का दिल सीने से बाहर धड़क रहा था.

ख़बरों के मुताबिक़, ताज्मिना ने पैसे की कमी के कारण गर्भावस्था के दौरान न ही कभी कोई मेडिकल चेकअप करवाया था और न ही किसी भी तरह का कोई अल्ट्रासाउंड कराया. इसीलिए उसको गर्भ में पल रही बच्ची की हालत के बारे एमिन कोई जानकारी पता चल पाई.

प्रारंभिक देखभाल एक बाद हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने बच्ची की जान बचाने की लिए होनी वाली सर्जरी के लिए दूसरे शहर के एडवांस हार्ट इंस्टिट्यूट में जानेकी सलाह दी है.

डॉक्टर मनीरुल इस्लाम सरकार ने बताया, ‘इस बच्ची की जो अवस्था है उसे चिकित्सीय भाषा में Ectopia Cardis कहा जाता है. इस कंडीशन में दिल सीने के अंदर विकसित होने के बजाय बाहर विकसित होने लगता है.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा. ‘हमने सबसे पहले उसे बचाने के लिए कुशलता से काम किया उसके बाद उसको हार्ट इंस्टिट्यूट ले जाने की सलाह दी, ताकि वहां उसकी एक सफल सर्जरी हो सके. उसकी सर्जरी का खर्च सरकार उठाएगी. हम उसकी सफल सर्जरी की उम्मीद कर रहे हैं.’

ख़ातून और उसका 29 वर्षीय पति जहीरुल, जो एक दिहाड़ी मजदूर हैं, अपने पहले बच्चे की ऐसी स्थिति से पूरी तरह टूट गए हैं और निराश हैं. ये दोनों माता-पिता अपनी बच्ची के जीवन के लिए किसी चमत्कार की उम्मीद कर रहे हैं.

जहीरुल कहता है, ‘जब से मैंने अपनी बच्ची को देखा है, मेरे आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.’ मैंने इससे पहले ऐसा बच्चा कभी न ही देखा और न ही सुना. मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा बच्चा ऐसा पैदा हुआ है. हम दोनों को चिंता है कि अब आगे क्या होगा, हम तो बस किसी चमत्कार की आशा ही कर सकते हैं.’

हम भी आशा करते हैं कि ये बच्ची जल्दी से ठीक हो जाए.