‘क्वीन’ मूवी की कहानी याद है? रानी के सपनों का राजकुमार ऐन मौक़े पर आते ही शादी के लिए मना कर देता है और फिर शुरू होती है रानी की असली कहानी.

यह तो थी पिक्चर की बात, अगर असल ज़िन्दगी में किसी के साथ ऐसा हो जाए तो? मुश्क़िल ही है, कि वो लड़की इस तरह से अपने आप को संभाल पाएगी. बिलकुल भी नहीं.

कैटी कॉलिंस के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. उनके मंगेतर ने शादी से कुछ रोज़ पहले ही मना कर दिया, लेकिन उसके बाद कैटी ने जो किया वो किसी फ़िल्म की कहानी से कम नहीं. उसने पहले अपनी नौकरी छोड़ी, फिर घर बेच दिया, कार बेच डाली और वो सब जो उसके पास था. कैटी कॉलिंस ने अपना बोरिया-बिस्तर बांधा और निकल पड़ी पूरी दुनिया की सैर करने.

सिर्फ़ शादी ही तो टूटी थी, ज़िन्दगी तो अभी भी बाक़ी है.

वो टीवी एड है न, ‘डर सबको लगता है, गला सबका सूखता है, लेकिन डर के आगे जीत है!’ ऐसा ही कैटी ने भी किया. उसने साउथ ईस्ट एशिया का वन-वे टिकट कटवा लिया और निकल पड़ी एक नए सफ़र पर. उसको नहीं पता था कि ‘उसके साथ क्या होगा’, ‘वो ये कर भी पाएगी या नहीं’, ‘उसका ये फैसला कहीं उल्टा न पड़ जाए. लेकिन कैटी ने जीत की उड़ान भरी और शुरू हो गयी.   

कैटी अभी 30 साल की भी नहीं हैं और वो तक़रीबन 30 देश घूम चुकी हैं. दुनिया के सबसे जाने-माने प्रकाशक ‘हार्पर-कॉलिंस’ के साथ उसका 3 किताबों का कॉन्ट्रैक्ट साइन हो चुका है और कुछ ही दिनों में उसकी पहली क़िताब ‘Lonely Hearts Travel Club: Destination Thailand’ आ जाएगी. इतनी कम उम्र में कैटी वो सब कर चुकी हैं, जो लोग 50 साल में भी नहीं कर पाते.

अगर आपको अपने ऊपर भरोसा है, तो आप कुछ भी कर सकते हैं. वो जज़्बा, सीखने की वो ललक होनी चाहिए. ख़ुद कैटी भी ऐसा ही मानती हैं. कैटी अपने ब्लॉग notwedordead में लिखती हैं कि, ‘आज से तीन साल पहले अगर आप मुझे ये बात बताते तो मैं आप पर कभी यकीन नहीं करती, लेकिन अब मुझे पता है कि ये मुमकिन है’.

इस वक़्त कैटी फ्रांस में रह रही हैं और वहीं से अपना ब्लॉग चलाती हैं. साल 2015 में उनके ब्लॉग को कॉस्मोपॉलिटन मैग्ज़ीन की तरफ से सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग के अवार्ड से नवाज़ा गया. उनके ब्लॉग के ढेर सारे  प्रशंसक  हैं, जिसमें वो अपने रोमांचकारी अनुभव लोगों से बांटती है. इस ब्लॉग की शुरुआत उन्होंने अपनी ख़ुद की कहानियों से की थी, जिसे लोगों ने ख़ासा पसंद किया.

कैटी की कहानी सच में बहुत मज़ेदार और रोमांच से भरी है, लेकिन इसके पीछे छिपा है उसका खुद पर भरोसा. अपने इस सफ़र में कैटी ने ख़ुद को फिर से जाना. वो कहते हैं न कि ‘ख़ुद को खो कर पाने में जो मज़ा है, वही ज़िन्दगी है.’

यहां पर मेरा मक़सद ये कहना नहीं है, कि आप अपनी बसी-बसाई ज़िन्दगी छोड़ कर सबसे दूर चले जाएं. बल्कि ये कि अपने आप को समझना बेहद ज़रूरी है. उसके बाद ही ये जान पाओगे की आप ख़ुद से क्या चाहते हो?  इस ज़िन्दगी से क्या चाहते हो?

ये ज़िन्दगी आपको दी गयी है, ताकि आप इसमें कुछ नया बुन सकें, रेडी-मेड तो सब पहनते हैं.