कभी-कभी हमारे देश के नेता क्या बोलते हैं, ये उन्हें ख़ुद ही पता नहीं होता. वरना भरी सभा में स्पीच के नाम पर कुछ भी उटपटांग न बोलते. अब हमारे मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को ही लीजिये. ‘ज्ञानोत्सव’ समारोह के दौरान मंत्रीजी ने बयान देते हुए कहा, ‘हिंदू ग्रंथों में गुरुत्वाकर्षण बल की चर्चा आइज़ैक न्यूटन से हज़ारों साल पहले की गई है.’ 

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‘ज्ञानोत्सव’ का आयोजन आरएसएस से जुड़ी शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा कराया गया था. इस दौरान शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए, उन्होंने गुरुत्वाकर्षण बल के बारे में दुनिया के सामने एक नई बात रखी. इसके साथ ही उन्होंने आईआईटी और एनआईटी के निदेशकों से प्राचीन भारतीय विज्ञान पर अधिक शोध करने की अपील भी की. ताकि इससे ये दुनिया को ये पता चल सके कि भारत इस क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ था.  

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समारोह के दौरान पोखरियाल ने ये भी कहा कि हमारे देश के युवाओं को हमारी सभ्यता और इतिहास के बारे में ज़्यादा नहीं बताया गया है. इसलिये मैं इन संस्थानों के निदेशकों से अपील करता हूं कि वो इस पर ज़्यादा से ज़्यादा शोध करें और युवाओं को सभ्यता के बारे में अवगत करायें. इसके अलावा उन्होंने ये भी दावा किया कि ऋषि प्रणव ने सबसे पहले एटम और अणु की खोज की थी.  

मंत्रीजी का बयान सुनने के बाद बस यही लग रहा है कि ये धरती फ़ट क्यों नहीं जाती भगवान. ख़ैर छोड़ो नदानी में बोल गये होंगे, जाने दो.