इंसान का अच्छा या बुरा होना मज़हब की वजह से नहीं होता है, बल्कि उसे अच्छा या बुरा उसके कर्म बनाते हैं. इस बात की जीती-जागती मिसाल है बेंगलुरु के कडुगोडी के कार्गो बिज़नेसमैन एचएमजी बाशा जिन्होंने मुस्लिम होते हुए अपनी 3 एकड़ ज़मीन हनुमान मंदिर बनाने के लिए दान कर दी. इस अंजनेय स्वामी मंदिर का पुनर्निर्माण बेंगलुरु-होसकोटे राजमार्ग पर किया जाएगा.
6 महीने पहले जब मंदिर के ट्रस्टीज़ ने बाशा से संपर्क किया और मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए मदद मांगी, तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना न रहा. मंदिर के ट्रस्ट ने बाशा से 1.5 Cents ज़मीन मांगी थी, लेकिन बाशा ने उन्हें 1.5 Guntas ज़मीन दान में दी, जिसकी क़ीमत लगभग 1 करोड़ रुपये है.
Zeenews में छपी ख़बर के मुताबिक, बाशा ने कहा,
मैंने देखा कि कई महिलाओं को मंदिर के चक्कर लगाते समय दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इसलिए जब 6 महीने पहले मंदिर के ट्र्स्टीज़ ने मंदिर का पुर्ननिर्माण करने का फ़ैसला किया तो मैंने सोच लिया था कि मैं अपनी ज़मीन मंदिर के लिए दे दूंगा ताकि पूजा करने में आसानी हो.
मंदिर के ट्रस्ट ने बाशा की तस्वीर के साथ पोस्टर लगाए हैं ताकि उन्हें इनके नेक काम के लिए धन्यवाद कर सकें.