बिहार की राजधानी पटना समेत आस-पास के इलाकों में बाढ़ का कहर जारी है. बाढ़ के कारण अब तक कुल 40 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर राज्य में बाढ़ के हालातों की जानकारी ली.
बीते कई दिनों से राजधानी पटना समेत बिहार के कई ज़िले लगातार बारिश के चलते बाढ़ की चपेट में हैं. तक़रीबन 15 से ज्यादा ज़िलों में बाढ़ का प्रकोप कुछ इस कदर है कि लोग जान बचाने के लिए मारे फ़िर रहे हैं. बारिश के कारण जलमग्न इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज़ कर दिया गया है.
केंद्र सरकार ने वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी उपलब्ध कराए हैं, ताकि बाढ़ पीड़ितों के लिए खाने के पैकेट गिराए जा रहे हैं. इसके बावजूद बाढ़ प्रभावित इलाकों में खाने से लेकर पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है. प्रशासन से मदद न मिलने से लोगों के बीच नाराज़गी है.
#WATCH: Indian Air Force (IAF) helicopter drops relief materials in flood affected area of Rajendra Nagar, Patna. #BiharFlood pic.twitter.com/PBw9xlOuec
— ANI (@ANI) October 1, 2019
बारिश के बाद आए बाढ़ के पानी से सिर्फ़ आम आदमी ही नहीं बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी बच नहीं पाए. बीते सोमवार को सुशील कुमार मोदी के राजेंद्र नगर स्थित आवास में भी पानी घुस गया था. जिसके बाद एनडीआरएफ़ की टीम ने वहां पहुंचकर उनके परिवार को बाहर निकाला.
#WATCH: Bihar Deputy Chief Minister Sushil Modi who was stranded at his residence in Patna, rescued by National and State Disaster Response Forces personnel. #BiharFlood pic.twitter.com/WwdbAcTWy6
— ANI (@ANI) September 30, 2019
सुशील कुमार मोदी ही नहीं बल्कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह एवं जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया.
ANI के मुताबिक़ राज्य में बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई ज़िलों में राष्ट्रीय राजमार्गो के क्षतिग्रस्त होने की ख़बर भी है. बारिश की वजह से बिजली और अस्पताल जैसी बुनियादी सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. बिहार में स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है. पटना में तकरीबन सभी रेल प्लेटफ़ॉर्म पानी में डूब चुके हैं. सड़क परिवहन और विमान संचालन पर भी असर पड़ा है. लंबी दूरी की कई यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.
Patna: Boats being used to rescue stranded residents in Rajendra Nagar area. NDRF Commandant Vijay Sinha says, “Since yesterday 6000-7000 people including the elderly & patients have been rescued from the area. We are now concentrating on distribution of relief materials.” pic.twitter.com/iNzAx9Pu81
— ANI (@ANI) October 1, 2019
केंद्रीय जल आयोग की वेबसाइट के मुताबिक़ पटना में गंगा नदी ख़तरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है. पटना में खतरे का निशान 48.6 मीटर है जबकि फिलहाल गंगा नदी का पानी 49.57 मीटर तक पहुंच चुका है.
Patna: Dewatering machine being used to clear flood water in SK Puri area. #BiharFlood pic.twitter.com/t5ZJBER2nP
— ANI (@ANI) October 1, 2019
वहीं दूसरी ओर कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा जैसी बड़ी नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है, जिससे कई जगहों पर बांध टूटने का ख़तरा पैदा हो गया है. जल संसाधन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है. ज़िला अधिकारियों से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए भी कह दिया गया है.
Location: Rajendra Nagar, Patna, Bihar
— Sana Khan (@Sanakhan_m) September 29, 2019
Man refuses 2let go of his bread and butter, his rickshaw. Cries, while trying to push it through deep water logged lane. NDRF teams r in Patna, CM is taking stock. But no 1 to hear his painful cry. This is wht total helplessness luks like. pic.twitter.com/CP2kLqPg1U
अब बिहार के दो बड़े बॉलीवुड सितारे मनोज बाजपेयी और पंकज त्रिपाठी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं. इन दोनों ने बिहार की मदद के लिए ‘मुख़्यमंत्री राहत कोष’ में मदद देने की अपील की है.
बिहार को हम सबके मदद की ज़रूरत है , इस वक़्त । नीचे डिटेल है मुख्यमंत्री राहत कोष का । मेरी संवेदना और प्रार्थना है,हालात जल्दी बेहतर हों। pic.twitter.com/H8feUHzkR0
— पंकज त्रिपाठी (@TripathiiPankaj) September 30, 2019
Dear friends, Bihar needs you.
— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) September 30, 2019
Please help, share and spread the word.
Bihar CM Relief Fund: https://t.co/X02s6c8VC1
Help through Paytm: https://t.co/NEtYnQuJJh
W/ @NitishKumar @vijayshekhar @udayfoundation #BIHARfloods
चोर लोग खा जायेंगे, पैसा बड़ी मेहनत से कमाता हूँ मनोज भैया।
— Ravi Prakash Singh (@singhravi_1978) September 30, 2019
यह वही स्मार्ट सिटी है जिसका दम भरा जा रहा था।
कहा जा रहा था कि बिहार में बहार है।
अब तो इस तरह की खस्ताहाल ड्रैनेज सिस्टम के लिए वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री पर जुर्माना लगना चाहिए।
मैंने कार्ड पेमेंट किया था और मुझे उसपर अतिरिक्त टैक्स देना पड़ा। स्वेच्छा से मदद करने पर अतिरिक्त टैक्स का बोझ डाल रहे हैं मुख्यमंत्री जी। अब सवाल यह उठता है कि बिहार में लगभग हर साल बाढ़ आती है तो फिर उससे निजात पाने के लिए पंद्रह साल में कोई रोडमैप क्यों नहीं तैयार किया?
— संगम (@SangamK78323689) September 30, 2019
उससे अच्छा होता कि लोग १०० पैकेट खाना और पानी का बोतल उस पैसे से खरीद कर बांट देते।
— ANIL KUMAR (@anku1963) September 30, 2019