अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाली भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के निशाने पर इस बार समाज का सबसे शोषित वर्ग आया है. मध्य प्रदेश के सीहोर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने वर्ण व्यवस्था में चौथे पायदान पर माने जाने वाले शूद्रों पर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है. 

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क्षत्रिय सम्मेलन में शिरकत करने सीहोर पहुंची प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, ‘हमारे धर्म शास्त्रों में समाज की व्यवस्था के लिए चार वर्ग तय किए गए हैं. क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, बुरा नहीं लगता है. ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो, बुरा नहीं लगता. वैश्य को वैश्य कह दो, बुरा नहीं लगता. शूद्र को शूद्र कह दो, बुरा लग जाता है. कारण क्या है, क्योंकि नामसझी है, क्योंकि समझ नहीं पाते हैं.’

ज़्यादा बच्चे पैदा करें क्षत्रिय

बीजेपी सांसद के विवादित बोल यही नहीं थमे. उन्होंने आगे कहा, ‘जो लोग राष्ट्र के ख़िलाफ़ काम करते हैं, उन पर जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए. देश की रक्षा करने वालों के ख़िलाफ़ कोई कानून नहीं होना चाहिए.’

साथ ही उन्होंने कहा कि ‘क्षत्रियों को अपना कर्तव्य समझना चाहिए. राष्ट्र की सुरक्षा के लिए क्षत्रियों को ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे पैदा करने चाहिएं, ताकि वो सशस्त्र बलों में शामिल होकर देश के लिए लड़ सकें.’

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वहीं, किसानों के विरोध प्रदर्शन पर उन्होंने कहा, जो लोग किसानों के नाम पर विरोध कर रहे हैं, वे देशद्रोही हैं. वे किसान नहीं हैं, बल्कि किसानों की आड़ में कांग्रेसी और वामपंथी हैं. वे देश के ख़िलाफ़ आवाज उठा रहे हैं और गलत सूचना फैला रहे हैं, जिस तरह से उन्होंने शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन के दौरान किया था.