ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल कैसे बच्चों के दिमाग पर हावी हो चुका है, इसकी ताज़ा बानगी पश्चिम बंगाल और देहरादून में देखने को मिली है. बीते शनिवार को पश्चिमी मिदनापुर जिले के आनंदपुर में 10वीं के छात्र अंकन डे ने फ़ांसी लगा ली. अंकन ने ब्लू व्हेल चैलेंज को पूरा करने के मकसद से ऐसा किया. अंकन ने बाथरूम में बंद होकर प्लास्टिक बैग से अपने सिर को ढक लिया, फिर उसे नायलॉन की रस्सी से बांध दिया. इससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई.
अंकन के पिता गोपीनाथ डे के मुताबिक, ‘शनिवार को स्कूल से लौटने पर अंकन कम्प्यूटर के पास बैठ गया. जब उसकी मां ने उसे लंच के लिए बुलाया तो उसने कहा पहले नहा कर आता हूं, फिर खाना खाउंगा. जब वो बहुत देर तक बाथरूम से बाहर नहीं आया तो हमने बाथरूम का दरवाजा तोड़ दिया. अंकन बाथरूम में फर्श पर बदहवास हालातों में पड़ा हुआ था. उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.’ अंकन के दोस्तों के मुताबिक, वो ऑनलाइन गेम ब्लू व्हेल चैलेंज खेलता था. आनंदपुर के एसपी भारती घोष ने मामले की जांच करने की बात कही है.
इसी दिन देहरादून में पांचवीं क्लास के एक छात्र की संदिग्ध हरकत देखते हुए स्कूल प्रशासन ने उसे कोई भी भयावह कदम उठाने से रोक लिया. स्कूल प्रशासन ने पांचवीं क्लास के बच्चे को बचा लिया. स्कूल के शिक्षकों ने समय रहते बच्चे की असामान्य हरकत को भांप लिया. जहां उसकी क्लास के बच्चे खेल रहे थे, वहीं ये बच्चा एक तरफ़ उदास और अकेला खड़ा था.
प्रिंसिपल ने जब बच्चे से सख़्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो ब्लू व्हेल ऑनलाइन गेम खेल रहा है. यह सुन स्कूल प्रशासन सकते में आ गया और तुरंत बच्चे के माता-पिता को बुलाया गया. बच्चे ने सबके सामने माना कि वो खेल के अंतिम दौर में था. गौरतलब है कि दोनों ही बच्चे इस गेम के अंतिम दौर में आकर बेहद तनाव में थे. भारत में ब्लू व्हेल गेम के बढ़ते प्रभाव के बीच उम्मीद यही है कि सरकार इस जानलेवा ऑनलाइन गेम को लेकर फ़ौरन एक्शन लेगी.