देश में कोरोना महामारी फैली है. ऐसे में हर इंसान संक्रमित होने से डरा हुआ है. लेकिन ये डर इस हद तक बढ़ चुका है कि लोगों ने ख़ुद के साथ-साथ इंसानियत को भी ताला मारकर बंद कर दिया है. उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से एक शर्मसार कर देने वाला वीडियो सामने आया है. यहां एक 42 वर्षीय व्यक्ति के शव को कचरे की गाड़ी में डालकर पुलिस स्टेशन ले जाया गया है क्योंकि लोगों को उसके कोरोना से संक्रमित होने का शक था.

दरअसल, 42 वर्षीय मोहम्मद अनवर किसी काम से एक स्थानीय सरकारी कार्यालय पर आए थे. यहां वो अचानक से कार्यालय के गेट पर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई. वीडियो में उनके शव को ज़मीन पर पड़े देखा जा सकता है. उनके पास पानी की एक बोतल भी रखी है. वहीं एक दूसरे वीडियो में नगर निगम के चार कर्मचारियों को अनवर के शव को उठाकर कचरे का गाड़ी में डालते हुए देखा जा सकता है. इस दौरान वहां पुलिस भी खड़ी हुई है. वीडियो में दिख रहा है कि एंबुलेंस खड़ी है, लेकिन स्टाफ़ ने उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका जताते हुए उसके शव को छूने से इनकार कर दिया.
मोबाइल क्लिप सामने आने के बाद दरोगा रवींद्र कुमार रमन, दो आरक्षक शुभम पटेल और शैलेन्द्र शर्मा के अलावा नगर पालिका के चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

बलरामपुर के पुलिस प्रमुख देवरंजन वर्मा ने कहा, ‘कोरोना की वजह से जो हर घबराहट फैली है, शायद इस वजह से इन लोगों ने ऐसी लापरवाही और असंवेदनशीलता दिखाई है, जो बहुत ग़लत है. दहशत का माहौल है, इन लोगों ने लापरवाही का एक अमानवीय कार्य किया. ये पुलिस और नगर निगम कर्मचारियों की ओर से बहुत ग़लत है. अगर कोरोना का संदिग्ध व्यक्ति भी था तो PPE किट को पहनकर उसे हैंडल करना जाना चाहिए था.’
बता दें, अभी तक अनवर के कोरोना पॉज़िटिव होने की पुष्टि नहीं हुई है.