दिल्ली की भीड़ भरी मेट्रो में लोग अपने-अपने स्मार्टफ़ोन्स और Electronic गैजेट्स में इतने व्यस्त होते हैं कि उन्हें किताबों से कोई मतलब ही नहीं रह जाता. लोगों में किताब पढ़ने की आदत छूट रही है.

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ऐसे में दिल्ली के एक कपल ने मेट्रो स्टेशन पर किताबें रखने का मिशन चलाया है, जिससे लोगों का रुझान किताबों की ओर बढ़े.

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एक महीने पहले दिल्ली की ही श्रुति शर्मा और तरुण चौहान ने, ‘Books On The Delhi Metro’ के नाम से एक मिशन चलाया है, जिसमें यात्रियों को मुफ़्त में किताबें उपलब्ध कराई जाती हैं और किताबों के नाम भी सुझाए जाते हैं.

 श्रुति राइटर हैं और तरुण सिविल इंजीनियर हैं.

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Books on the Delhi Metro लन्दन के Books on the Move से प्रभावित है, जिसे पहली बार Hollie Fraser और Rosy Kehdi ने शुरू किया था. इसी से प्रभावित होकर श्रुति और तरुण ने ये मुहिम शुरू की है.

श्रुति बताती हैं कि जब मैं Emma Watson को, New York के Subway पर किताबें रखते हुए उनके Instagram वीडियोज़ में देखती, तो मुझे भी लगता कुछ ऐसा करना चाहिए. मुझे ये आइडिया पसंद आया और मैंने Books on the Move के Founder से इसे देश में शुरू करने के लिए बात की और वे तैयार भी हो गए.

श्रुति Books on the Delhi Metro का फ़ेसबुक, ट्विटर और इन्स्टाग्राम हैंडल मैनेज करती हैं. किस मेट्रो स्टेशन और मेट्रो लाइन पर किताबें मिलेंगी वे इसे पेज पर अपडेट करती रहती हैं. 

किताब पढ़ने के बाद किताब को, दूसरे यात्रियों को पढ़ने के लिए जमा करना होता है. बस शर्त इतनी सी होती है कि सोशल मीडिया पर #booksonthedelhimetro. के नाम से इनके पेज को टैग करना होता है.

किसी  से अगर मेट्रो में ही किताबें गुम हो जाती हैं तो जिस किसी को भी किताब मिले वो मेट्रो स्टाफ़ को दे सकता है.

आप भी श्रुति और तरुण के इस मिशन से जुड़ सकते हैं. इसके लिए बस आपको उन्हें booksonthedelhimetro@gmail.com पर नाम, फ़ोन नम्बर, मेट्रो लाइन और किताब का नाम मेल करना होगा जिसके बाद आप भी Books on the Delhi Metro में बुक डोनर बन सकेंगे.

फिर देर किस बात की, मेल कीजिये और ज्ञान बांटने वाले इस बेहतरीन मिशन से जुड़ जाइए.