रोज़-रोज़ सड़क किनारे दिखने वाले बच्चों को देख कर बेशक हमें कभी कोई फ़र्क न पड़ा हो, पर ब्रिटेन के 63 वर्षीय Patrick Baddeley इससे बहुत आहत हुए. ऐसे बच्चों के लिए कुछ कर गुज़रने के उनके ज़ज़्बे ने उन्हें कन्याकुमारी से ले कर कोलकाता तक पैदल यात्रा करने के लिए प्रेरित किया. उनकी इस यात्रा का उद्देश्य बेसहारा बच्चों के प्रति लोगों को दान के लिए प्रेरित करना था.

Patrick ने अपनी यात्रा की शुरुआत 3 अक्टूबर 2016 को की थी. इस दौरान वो हर दिन 6 घंटे पैदल चले और तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और कोलकाता से गुज़रे.

1970 के दौरान Patrick अपनी स्वर्गीय बेटी Katie के साथ भारत आये थे और रोड ट्रिप के ज़रिये कुछ पल बिताये थे. इसीलिए उन्होंने अपनी इस यात्रा का नाम K-Walk रखा.

इस यात्रा से जुटाए गए पैसों को Patrick एक NGO को दान देंगे, जिसकी डिटेल वो अपने फ़ेसबुक पेज पर भी डाल चुके हैं.

Patrick की मानें, तो Future Hope नाम का ये NGO 120 बेसहारा बच्चों की मदद कर रहा है. Patrick ने अपनी यात्रा की शुरुआत पूर्वी तट से पांच महीने पहले की थी. इस दौरान उन्होंने सड़क को ही अपना आशियाना बनाया और जो मिला, खा लिया.

अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए Patrick कहते हैं कि वो हर सुबह जल्दी उठ जाया करते थे और सूरज ढलने तक चला करते थे. इस यात्रा के दौरान उन्हें कई भले लोग भी मिले, जिन्होंने उन्हें Lift भी दी.