बस में सफ़र करते वक़्त आपने बोर्ड पर लिखा हुआ देखा होगा कि ‘बिना टिकट के यात्रा करना जुर्म है, जिसके लिए जुर्माना और जेल दोनों हो सकती है.’ इस बोर्ड को देख कर आधे लोग तो वैसे ही कंडक्टर तक पहुंच जाते हैं. कई बार कंडक्टर खुद भी उठ कर लोगों तक टिकट काटने के लिए पहुंच जाता है.
कंडक्टर की कोशिश रहती है कि वो बस में चढ़े हर शख़्स की टिकट काटे, पर तमिलनाडु में एक कंडक्टर को उस समय फ़ाइन भरना पड़ गया, जब एक कबूतर बिना टिकट के बस में सफ़र करता पाया गया.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (TNSTC) की एक बस आदिवासी इलाके Ellavadi से गुज़र रही थी कि पुलिस वालों ने बस की चेकिंग के लिए उसे रोक लिया. पुलिस वालों को बस में एक शराबी दिखाई दिया, जो खिड़की पर बैठे कबूतर से बात कर रहा था.
इसे देख कर इंस्पेक्टर ने कहा कि बस में सवार हर शख़्स के पास टिकट का होना ज़रूरी है, चाहे फिर वो कोई जानवर या पक्षी ही क्यों न हो. इस बाबत इंस्पेक्टर ने कंडक्टर को इसका दोषी पाया और नियम का उलंघन्न करने के लिए उसके ख़िलाफ़ नोटिस भी जारी किया.