आज ट्विटर पर #CancelallBlueTicksinIndia टॉप ट्रेंड कर रहा है. यूज़र्स ‘ब्लू टिक’ हासिल करने का प्रोसेस क्या है ट्विटर इंडिया से इसका जवाब मांग रहे हैं?
Congrats #WE are @1 always #cancelallBlueTicksinIndia pic.twitter.com/qLG2X5Wlu5
— CHALIA(ThanksDrAmbedkar) (@mpchalia) November 6, 2019
#cancelallBlueTicksinIndia
— Sushil Kumar Jain (@SushilKjain) November 6, 2019
Twiter is favouring the people in power or big and ignoring/keeping aside a major chunk of India. This is not good @TwitterIndia
#cancelallBlueTicksinIndia
दरअसल, ट्विटर इंडिया पर कास्ट के आधार पर ‘ब्लू टिक’ देने के आरोप लग रहे हैं. इसके लिए यूज़र्स #CancelallBlueTicksinIndia कैम्पेन चला रहे हैं.
Dear @jack your @TwitterIndia is sick from Discriminatory please#cancelallblueticksinindia
— Jay Kishor Nimesh (@nimesh_jay) November 6, 2019
कई ट्विटर यूज़र्स का आरोप है कि कई ऐसे बॉलीवुड स्टार्स हैं जिनकी ट्विटर पर अच्छी ख़ासी फ़ैन फ़ॉलोईंग है. बावजूद इसके उन्हें ‘ब्लू टिक’ नहीं दिया गया है क्योंकि वो एक वर्ग विशेष से आते हैं.
Blue check marks on @Twitter have become a caste pride in India. It’s a matter of caste divide, assertion & privilege. If you are other than Sc-St-OBC, you would easily get it but if you are Sc-St-OBC, you won’t get it due to #ManusmrutiTwitterRules. #cancelallBlueTicksinIndia
— Nitin Meshram (@nitinmeshram_) November 6, 2019
#100 % support #cancelallBlueTicksinIndia
— Vijay Kumar (@AdvVijayKumar4) November 6, 2019
Follow me & I’ll follow back #cancelallBlueTicksinIndia#cancelallBlueTicksinIndia
#cancelallBlueTicksinIndia Thanks @the_hindu atleast you noticed it, you know very well about indian society, @TwitterIndia is doing discrimination against us means with #SCSTOBCMinority bcz#TwitterHatesSCSTOBCMuslims
— Rakesh verma (@rv74391) November 6, 2019
That’s why we start hashtags.#cancelallBlueTicksinIndia
@TwitterIndia we will not allow you to practice casteism and go unchecked #cancelallBlueTicksinIndia
— sunil khobragade (@mahanayaknews) November 6, 2019
दरअसल, इस कैम्पेन की शुरुआत दलित अधिकारों के लिए काम करने वाले प्रोफ़ेसर दिलीप मंडल ने की थी. दिलिप ने ‘ब्लू टिक’ हासिल करने के मापदंड को लेकर ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी से कई सवाल पूछे थे. लेकिन मनीष माहेश्वरी ने उनके किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.
इसके बाद दिलिप मंडल ने #CancelallBlueTicksinIndia कैम्पैन की शुरुआत की.
ट्विटर की जातिवादी मानसिकता को देखते हुए क्या मुझे अपना ब्लू टिक यानी वेरिफिकेशन ट्विटर को लौटा देना चाहिए. रिट्वीट करके इस पोल को अपने दोस्तों तक पहुंचाएं. आपके आदेश का पालन होगा. आपसे हैं हम. #twitterhatesSCSTOBCMuslims
— Prof. Dilip Mandal (@dilipmandal) November 5, 2019
समानता और बंधुत्व के सभी समर्थक ट्विटर पर ट्रैंड कराएं. ट्वीट और रिट्वीट करें. #cancelallBlueTicksinIndia
— Prof. Dilip Mandal (@dilipmandal) November 6, 2019
मुझे लग रहा था कि “सबको ब्लू टिक दो या सबका खत्म करो” के समतावादी विचार का वामपंथी, प्रगतिशील, क्रांतिकारी ब्लू टिक वाले जरूर समर्थन करेंगे.
— Prof. Dilip Mandal (@dilipmandal) November 6, 2019
हाय रे तुम्हारी प्रगतिशीलता. #cancelallBlueTicksinIndia
https://t.co/K45dOeUFJT pic.twitter.com/xDenNTW0Me
— Prof. Dilip Mandal (@dilipmandal) November 6, 2019
अब कई ट्विटर यूज़र्स ‘ट्विटर इंडिया’ के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी से सवाल पूछ रहे हैं कि ‘ब्लू टिक’ हासिल करने के मापदंड क्या हैं?
ट्विटर भारत के लोगो के साथ भेदभाव कर रहा है, वेरीफाइड हैंडल किसी को कुछ भी लिखें उनके हेंडल @TwitterIndia सस्पेंड नही करता है, पर अपने हक़ के लिए कोई आम आदमी आवाज़ भी उठाए तो टि्वटर उसके अकाउंट को सस्पेंड कर देता है, क्या इसके पीछे सरकारी दबाव माना जाए।#cancelallBlueTicksinIndia
— Dinesh Kumar (@DineshRedBull) November 6, 2019
इस दौरान एक यूज़र ने सवाल उठाए कि-
ट्विटर पर ‘ब्लू टिक’ पाने के मापदंड क्या है, ट्विटर नही बता रहा… उधर ऑफ़िशियल साइट पर वेरिफ़िकेशन बन्द भी है और चोर दरवाजे से ‘ब्लू टिक’ दिया जा रहा है. कैसे? सबको ब्लू टिक दो या सबका हटाओ… नही तो एकाउंट वेरीफ़ाई करने का मापदंड या प्रोसेस सार्वजनिक करो
साथियों एक-दूसरे को Follow करने में शर्मिंदगी महसूस ना करें!मैं अपने से दुगने लोगों को फ़ॉलो करता हूँ ताकि अधिक से अधिक लोगों के विचारों को पढ़ सकूँ..! हम ST-SC-OBC-Minorityवर्ग के लोग एक दूसरे से जुड़कर रहेंगे तो बेहतर तरीक़े से आवाज़ उठा पाएँगे!
— मनोज मीना मंडावर (@manojnareda1994) November 6, 2019
@dilipmandal
कुछ ट्विटर यूज़र्स ने सवाल उठाये कि गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के ट्विटर पर सिर्फ़ 27 फ़ॉलोवर्स हैं बावजूद इसके उन्हें ‘ब्लू टिक’ कैसे दे दिया?
Is tweeter follow Caste Religion Politicap party?? #cancelallBlueTicksinIndia pic.twitter.com/OlvFBV5KY1
— Qqq (@Qqq75284557) November 6, 2019
If you can’t give blue tick to all then simply remove all .
— Tribal Army (@TribalArmy) November 6, 2019
We want equal rights #cancelallBlueTicksinIndia pic.twitter.com/SCMDPyiFVm
There should be any rule for the verified account. One should have 27 followers and verified one having 400k not verified.
— Dhruv Rai (@DhruvRai5) November 6, 2019
For that #cancelallBlueTicksinIndia pic.twitter.com/qpdMSheIrM
एक अन्य यूज़र ने सवाल उठाए कि, ‘ट्विटर इंडिया’ मनमानी कर रही है. अपनी मनमर्ज़ी से किसी को भी ‘ब्लू टिक’ दे देती है. इसके क्या मापदंड वो भी नहीं बता रहे हैं?
Stand up against the arbitrary verification of Twitter accounts!!#cancelallBlueTicksinIndia#TwitterHatesSCSTOBCMuslims #CasteistTwitter https://t.co/qX476gO2ot
— Sumeet Mhaskar (@sumeetmhaskar) November 6, 2019
Hi @jack, @manishm345 in india is spreading cast based discrimination by not giving verified badge to untouchables and aadiwasi activitist and politicians though we are 85% of indian population and he is ignoring us kindly strongly look into this #cancelallBlueTicksinIndia
— Rakesh (@didroc) November 6, 2019