आज ट्विटर पर #CancelallBlueTicksinIndia टॉप ट्रेंड कर रहा है. यूज़र्स ‘ब्लू टिक’ हासिल करने का प्रोसेस क्या है ट्विटर इंडिया से इसका जवाब मांग रहे हैं? 

दरअसल, ट्विटर इंडिया पर कास्ट के आधार पर ‘ब्लू टिक’ देने के आरोप लग रहे हैं. इसके लिए यूज़र्स #CancelallBlueTicksinIndia कैम्पेन चला रहे हैं. 

कई ट्विटर यूज़र्स का आरोप है कि कई ऐसे बॉलीवुड स्टार्स हैं जिनकी ट्विटर पर अच्छी ख़ासी फ़ैन फ़ॉलोईंग है. बावजूद इसके उन्हें ‘ब्लू टिक’ नहीं दिया गया है क्योंकि वो एक वर्ग विशेष से आते हैं. 

दरअसल, इस कैम्पेन की शुरुआत दलित अधिकारों के लिए काम करने वाले प्रोफ़ेसर दिलीप मंडल ने की थी. दिलिप ने ‘ब्लू टिक’ हासिल करने के मापदंड को लेकर ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी से कई सवाल पूछे थे. लेकिन मनीष माहेश्वरी ने उनके किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया. 

इसके बाद दिलिप मंडल ने #CancelallBlueTicksinIndia कैम्पैन की शुरुआत की. 

अब कई ट्विटर यूज़र्स ‘ट्विटर इंडिया’ के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी से सवाल पूछ रहे हैं कि ‘ब्लू टिक’ हासिल करने के मापदंड क्या हैं? 

इस दौरान एक यूज़र ने सवाल उठाए कि- 

ट्विटर पर ‘ब्लू टिक’ पाने के मापदंड क्या है, ट्विटर नही बता रहा… उधर ऑफ़िशियल साइट पर वेरिफ़िकेशन बन्द भी है और चोर दरवाजे से ‘ब्लू टिक’ दिया जा रहा है. कैसे? सबको ब्लू टिक दो या सबका हटाओ… नही तो एकाउंट वेरीफ़ाई करने का मापदंड या प्रोसेस सार्वजनिक करो

कुछ ट्विटर यूज़र्स ने सवाल उठाये कि गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के ट्विटर पर सिर्फ़ 27 फ़ॉलोवर्स हैं बावजूद इसके उन्हें ‘ब्लू टिक’ कैसे दे दिया? 

एक अन्य यूज़र ने सवाल उठाए कि, ‘ट्विटर इंडिया’ मनमानी कर रही है. अपनी मनमर्ज़ी से किसी को भी ‘ब्लू टिक’ दे देती है. इसके क्या मापदंड वो भी नहीं बता रहे हैं?