बेंगलुरु और महाराष्ट्र में कई लोगों के साथ एक अजीब सी घटना हुई. इन सभी लोगों के ATM कार्ड घर में रखे होने के बावजूद इनके एकाउंट से पैसे निकाले गए. इनमें से ऐसा कोई नहीं था, जिसका ATM कार चोरी हुआ हो या बैंक की डिटेल्स इधर-उधर हुईं हों. फिर ऐसा कैसे हुआ?

बेंगलुरु में जब इस तरह की 30 से ज़्यादा कंप्लेंट आयीं तो ये बात सामने आई कि वहां की एटीएम मशीनों के साथ ज़बरदस्त छेड़-छाड़ की गयी. ये छेड़-छाड़ इतने बड़े लेवल की थी कि लोगों के डेबिट और क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स, उनके एटीएम पिन तक इनमें कॉपी कर लिए गए.

Cooke Town के Rajith Ravi को उस समय झटका लगा जब उनके HDFC अकाउंट से तीन बार पैसे निकाले गए और उनका एटीएम कार्ड घर पर था. ये सभी Transaction ठाणे के किसी एटीएम से हुए थे. ऐसा ही कुछ सर्वेश के साथ हुआ, जिसकी पूरी की पूरी सैलरी उसके South Indian Bank से निकाल ली गयी, जबकि कार्ड उसी के पास था.

साइबरक्राइम पुलिस इन इस तरह के केस सामने आने के बाद ये पता लगाया कि कई ATM मशीनों में ATM Skimmers लगे थे, जो क्रेडिट और डेबिट कार्ड की डिटेल्स को कॉपी कर लेते थे. ऐसे ही एक और पिनहोल से एटीएम पिन कॉपी कर लिया जाता है.

इस तरह के एटीएम रैकेट को पुलिस महानगरों में कई दफ़े पकड़ चुकी है और बेंगलुरु में लोगों के साथ जो भी हो रहा है, वो भी इन्हीं लोगों के कारनामे हैं.

एहतियात के तौर पर आप भी किसी दूर-दराज के एटीएम या ऐसे एटीएम में न जाएं, जो अपनी ब्रांच से अलग हों. और एटीएम इस्तेमाल करने के दौरान भी ये देख लें कि उसके साथ कोई ऐसी छेड़-छाड़ न की गयी हो. 

ATM मशीन के साथ किस तरह की छेड़-छाड़ की जाती है और आप उससे कैसे बच सकते हैं, ये जानने के लिए यहां पर क्लिक करें.