उन दिनों को याद कीजिए, जब सरकार ने नोटबंदी लागू की थी. सब पैसों के लिए मारे-मारे फिर रहे थे. ATM के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी होती थी. जब तक अपनी बारी आती, पैसे ख़त्म हो जाते.
लगता है ऐसा ही कुछ देश के दस राज्यों में फिर से हो रहा है. नोटबंदी नहीं, लेकिन उसके जैसे हालात हैं. देश के दस राज्य, बिहार, गुजरात, उत्तरप्रेदश, तेलांगना, राजस्थान, आंध्रप्रदश, कर्नाटक, दिल्ली, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के ATMs में नोटों की भारी कमी चल रही है. लोग परेशान भटक रहे हैं. एटीएम के आगे कतारें बढ़ती जा रही हैं. पांच-छह एटीएम जाने के बाद लोग हार मान जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि बिहार में स्थिति ज़्यादा ख़राब है. यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निवास स्थल के पास मौजूद एटीएम से भी लोग ख़ाली हाथ लौट रहे हैं.
Telangana: People in Hyderabad say, ‘We have been unable to withdraw cash from ATMs as the kiosks (ATM Kiosk), in several parts of the city, have run out of cash. We have visited several ATMs since yesterday but it is the situation everywhere’. pic.twitter.com/wRMS3jgjyP
— ANI (@ANI) April 17, 2018
People in Varanasi say, ‘We do not know what or where the problem is but the common man is facing difficulty as the ATM Kiosks are not dispensing cash. We have visited 5-6 ATMs since morning. We need to pay for the admission of children and purchase groceries & vegetables’. pic.twitter.com/8eSGXU0NtU
— ANI UP (@ANINewsUP) April 17, 2018
एकदम से इतनी कमी कैसे?
रिज़र्व बैंक का कहना है कि त्योहारों के सीज़न में कैश की भारी मांग की वजह से ये स्थिति उत्पन्न हुई है. दो-तीन दिन के भीतर स्थिति सामान्य हो जाएगी.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा कि देश में मौजूद मुद्राओं की समीक्षा की जा चुकी है. बैंकों के पास पर्याप्त करेंसी मौजूद है. वर्तमान स्थिति कुछ इलाकों में अचानक से आई भारी मांग की वजह है. इस समस्या से तुरंत निपट लिया जाएगा.
Have reviewed the currency situation in the country. Over all there is more than adequate currency in circulation and also available with the Banks. The temporary shortage caused by ‘sudden and unusual increase’ in some areas is being tackled quickly.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) April 17, 2018
विपक्ष ने मौका न गंवाते हुए सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस ने नोट की कमी पर ट्वीट करते हुए कहा कि इसे सरकार की प्रबंधन क्षमता की कमी माना जाए या मोदी सरकार ऐसा जानबूझ कर रही है?
News reports say that ATMs around the country are running of out cash. Is it just gross mismanagement by the Modi Govt or is this a deliberate move? #IndiaSpeaks
— Congress (@INCIndia) April 17, 2018
भैय्या पैसे सोच कर ख़र्च करना. ये ATM किसी के सगे नहीं होते.