कर्नाटक में बीजेपी के येदुपरप्पा की सरकार बन चुकी है. येदुरप्पा ने घोषणा की थी कि राज्य के 3 उप-मुख्यमंत्री होंगे- गोविंद एम करजोल, लक्ष्मण सावदी और अश्वथ नारायण. पहली बार कर्नाटक में 3 उप-मुख्यमंत्री होंगे.


येदुरप्पा ने एक ऐसे शख़्स, लक्ष्मण सावदी को उप-मुख्यमंत्री बनाया है जो साल 2012 में विधानसभा में पॉर्न देखते हुए पकड़ा गया था.   

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इस निर्णय पर विपक्ष ने राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.  

ये सदन के बाहर नहीं अंदर हुआ था.

-सिद्धारमैया

ये सरकार कॉमेडी से भरी है. जेल-रिटर्न मुख्यमंत्री है और पॉर्न देखने वाला डिप्टी सीएम.

-दिनेश राव

सत्ता पार्टी के लोग भी उठा रहे हैं उंगली 

लक्ष्मण सावदी की नियुक्ति पार्टी पर सत्ता पार्टी के कुछ विधायक भी प्रश्न खड़े कर रहे हैं. सावदी न ही एमएलए हैं और न ही एमएलसी फिर भी उन्हें उप-मुख्यमंत्री बना दिया गया.


बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि सावदी ने कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों से इस्तीफ़ा लेने में अहम भूमिका निभाई थी. और इसी का इनाम उसे उप-मुख्यमंत्री बनाकर दिया गया.   

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ये था पूरा मामला 

रिपोर्ट्स के अनुसार, 2012 में सदन की कार्रवाई के दौरान लक्ष्मण सावदी और सी.सी.पाटिल, सावदी के फ़ोन पर पॉर्न देख रहे थे. सी.सी.पाटिल उस समय महिला और बाल विकास मंत्री थे.


सदन की कार्रवाई कवर कर रहे 2-3 कन्नड़ न्यूज़ चैनलों ने सावदी और सी.सी.पाटिल को फ़ोन पर चिपके देखा. ज़ूम करने पर पता चला कि दोनों पॉर्न देख रहे हैं. 

मामले पर विपक्ष ने काफ़ी हंगामा किया और तीन विधायकों(लक्ष्मण सावदी, सी.सी.पाटिल, कृष्णा पालेमर) को इस्तीफ़ा देना पड़ा.     

जिस देश में पॉर्न देखना, बनाना, एक-दूसरे को भेजना ग़ैर-क़ानूनी है, वहां का एक विधायक सदन की कार्रवाई के दौरान पॉर्न देखते पकड़ा जाता है. इस्तीफ़े की नौटंकी होती है और सालों बाद उसे ही उप-मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया जाता है. अजब देश का गज़ब लोकतंत्र!