‘कैफ़े कॉफ़ी डे’ यानी कि CCD का नाम सुनते हमें कॉलेज के वो पुराने दिन याद आ जाते हैं. सुबह से लेकर शाम तक हम दोस्तों के साथ वहीं पड़े रहते थे. CCD में बैठकर उसकी एक-एक कॉफ़ी की चुस्की के साथ हमने अपनी फ़्यूचर प्लानिंग भी वहीं की थी.

livemint

सच कहूं तो कॉफ़ी अलग-अलग तरह की भी होती हैं ये मुझे CCD से ही पता चला. मेरा CCD से बेहद गहरा नाता है. आज जब भी मुझे मौका मिलता है दोस्तों के साथ बंगाली मार्किट वाले CCD पहुंच जाते हैं.

आज हम CCD का ज़िक्र इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ‘कैफ़े कॉफ़ी डे’ के फ़ाउंडर वी जी सिद्धार्थ सोमवार रात से लापता हैं. सिद्धार्थ का मंगलुरु के एक पुल से कूदने का संदेह है. लापता होने से पहले वो एक लेटर भी छोड़कर गए हैं.

दरअसल, सिद्धार्थ जो लेटर छोड़कर गए हैं उसमें जो सिग्नेचर मौजूद हैं वो उनके ऑफ़िस के डॉक्युमेंट्स में किये गए सिग्नेचर से मैच नहीं हो रहे हैं.  

सिद्धार्थ का इस तरह से लापता होना कहीं न कहीं उन लोगों के लिए दुःख की ख़बर है, जिनका CCD काफ़ी पुराना नाता रहा है. सिर्फ़ सीसीडी की चाय या कॉफी पसंद करने वालों के लिए ही नहीं देश के लिए भी ये एक दुःख की बात है कि हम हिन्दुस्तानियों की सबसे पसंदीदा चीज़ चाय और कॉफ़ी को देश भर में ब्रांड के तौर पर पेश करने वाले सिद्धार्थ पिछले कुछ समय से मुश्किल भरी ज़िंदगी जी रहे थे.

business

बताया जा रहा है कि सिदार्थ पिछले कुछ समय से इन्कम टैक्स, इन्वेस्टर्स समेत कई अन्य चीज़ों को लेकर काफ़ी परेशान चल रहे थे. सिद्धार्थ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के दामाद भी हैं.

cnbctv18

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, सिद्धार्थ आईटी कंपनी Mindtree के शेयर को लेकर भी सेबी की जांच के दायरे में भी थे. साथ ही सिद्धार्थ पर बिना जानकारी के CCD के शेयर बेचने के आरोप भी थे. उनके ख़िलाफ़ इस मामले में रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी.  

jagran

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, मंगलुरु सिटी पुलिस सोमवार रात उल्लाल पुल से छलांग लगाने वाले एक व्यक्ति की तलाश कर रही है. पुलिस को संदेह है कि वो सिद्धार्थ हो सकते हैं.