चंडीगढ़ से ट्रैफ़िक पुलिस की एक महिला कॉन्स्टेबल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में महिला कॉन्स्टेबल अपने दुधमुहें बच्चे को गोद में लेकर ड्यूटी करते नज़र आ रही है. महिला कॉन्स्टेबल का नाम प्रिंयका है और वो सेक्टर 24 के चौराहे पर एक हाथ में बच्चे को लेकर ट्रैफ़िक मैनेज करते हुए नज़र आ रही हैं.

इस वीडियो के इंटरनेट पर सर्कुलेट होने के बाद कुछ लोग जहां फ़र्ज़ निभाने को लेकर महिला कॉन्स्टेबल की तारीफ़ कर रहे हैं तो कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस चीज़ को ग्लोरीफ़ाई करने वालों को लताड़ लगा रहे हैं. साथ ही, पुलिस विभाग पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. 

बहस इस बात को लेकर है कि एक महिला को इस तरह काम करने पर मजबूर क्यों होना पड़ रहा है? वहीं, इस तरह की चीज़ का विरोध करने की जगह लोग इसे ग्लोरीफ़ाई कर रहे हैं. जेंडर इन्सेंसिटिव इंस्टीट्यूशन को भी लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं, जिसके चलते एक महिला को संसाधनों के अभाव में एकसाथ दो काम करने पर मजबूर होना पड़ रहा है. 

आप यहां दोनों ही तरह के ट्वीट्स देख सकते हैं.

इस वीडियो के बाद लोग चाइल्ड केयर फ़ैसलिटी जैसी सुविधाओं के अभाव पर सवाल खड़े कर रहे हैं, जिनके चलते एक महिला को अपने परिवार और कैरियर के बीच में एक को चुनने को मजबूर होना पड़ता है. बहुत से लोगों ने महिला पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए डेकेयर और क्रेच सुविधा का इंतज़ाम करने की भी वक़ालत की है. 

महिला कॉन्स्टेबल के ख़िलाफ़ होगी विभागीय जांच

अधिकारियों ने प्रियंका के ख़िलाफ़ जांच के आदेश जारी कर दिए. आरोप है कि आदेश की अनदेखी कर प्रियंका ड्यूटी पर पहुंची थीं. The Tribune की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका को सेक्टर 15 ,16 ,23 और 24 के गोल चक्कर पर सुबह 8 बजे पहुंचना था, लेकिन वो तीन घंटे देरी से यानी 11 बजे पहुंची, वो भी अधिकारियों के बुलाने के बाद. प्रियंका शुक्रवार को बच्चे के साथ पहले सेक्टर-29 दफ्तर पहुंचीं. वहां मौजूद अधिकारी ने प्रियंका से कहा कि अगर वो छुट्टी लेना चाहें तो ले सकती हैं. लेकिन प्रियंका बच्चा लेकर चौराहे पर ही पहुंच गईं और ड्यूटी शुरू कर दी.  

अधिकारियों का कहना है कि विभाग ने पुलिस लाइन में क्रेच की सुविधा उपलब्ध कराई है और कर्मचारी ज़रूरत पड़ने पर अपने बच्चों को यहां छोड़ सकते हैं.

आपकी इस मामले पर क्या राय है, हमें कमंट्स में बताएं.