शेफ़ विकास खन्ना की गिनती दुनिया के टॉप 10 शेफ़ में होती है. उन्हें Michelin Star Chef अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है. लॉकडाउन में उन्होंने 90 लाख खाने के पैकेट का वितरण ज़रूरतमंदों में किया था. अब वो दुनिया की सबसे बड़ी भोजन वितरण योजना शुरू करने जा रहे हैं. 

विकास खन्ना ने लॉकडाउन में 125 शहरों के प्रवासी मज़दूरों और दूसरे ग़रीब लोगों में 90 लाख खाने के पैकेट वितरित किए थे. इनमें पके हुए खाने से लेकर राशन तक शामिल था. उन्होंने न्यूयॉर्क में बैठे-बैठे एक तंत्र विकसित किया और लोगों राशन पहुंचाया.

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विकास खन्ना ने बताया कि इस नेक काम की शुरूआत एक फ़र्जी ईमेल से हुई थी. उन्होंने बताया कि किसी ने फ़ोन पर उनको एक फ़ोटो भेजी थी और एक वृद्धाश्रम को रुपये दान करने को कहा था. उन्होंने पैसे भेज दिए मगर बाद में पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ.

लेकिन इसने विकास खन्ना का ध्यान लॉकडाउन में खाने के लिए परेशान लोगों की और खींच लिया. फिर उन्होंने न्यूयॉर्क में बैठे-बैठे ही उनकी मदद करनी शुरू कर दी. इसके लिए उन्होंने फ़ूड स्टोर्स और ट्रक ड्राइवर्स से संपर्क किया. इस काम में विकास खन्ना की मदद National Disaster Response Force (NDRF) और मुंबई की एक संस्था Maximus Collabs ने की.

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इनके साथ मिल कर विकास ने पिछले ढाई महीनों में वाराणसी, बेंगलुरु, मंगलुरु, कोलकाता और मुंबई समेत 125 शहरों में भोजन के 9 मिलियन से अधिक खाने के पैकट बांटे. अब विकास खन्ना दिल्ली-एनसीआर में दुनिया की सबसे बड़ी भोजन वितरण योजना शुरू कर रहे हैं. इसका नाम ‘बरकत’ है. इस योजना के तहत एक दिन में 20 लाख से अधिक फ़ूड के पैकेट वितरित किए जाएंगे.

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इस योजना में दिव्यांग, ट्रांसजेंडर, अनाथ लोग और सेक्स वर्कर्स तक पहुंचने का उद्देश्य रखा गया है. विकास ने इस बारे में बात करते हुए कहा“मैं बिना थके एक आयोजन के लिए काम कर रहा हूं. इस पूरे अभियान से मुझे इतनी ख़ुशी मिली है जितनी Michelin Star Chef अवॉर्ड मिलने पर भी नहीं हुई थी. इस संतुष्टि के सामने ये अवॉर्ड भी कुछ नहीं है. इसके ज़रिये हम उन आश्रय गृहों में भी जाएंगे जहां लोग अपने मां-बाप को छोड़ आते हैं. मैं समझ नहीं पाता कि लोग अपने मां-बाप को कैसे छोड़ सकते हैं.” 

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विकास खन्ना ने ये भी बताया कि एक बार जब उनके द्वारा भेजा गया राशन का ट्रक कहीं गायब हो गया था, तब उनका हौसला टूट गया था. लेकिन उनकी मां ने उन्हें हिम्मत न हारने की सलाह दी और इस नेक काम को जारी रखने के लिए प्रेरित किया.

इस नई योजना के तहत बुधवार यानि आज से ही एनडीआरएफ़ की टीम दिल्ली-एनसीआर में 10 हज़ार से अधिक फ़ूड के पैकेट बांटेगी. उन्होंने ये भी बताया कि इस मुहिम में कई कॉर्पोरेट वर्ल्ड के लोग भी मदद कर रहे हैं. जैसे इंडिया गेट फ़ूड, पतंजली, दावत राइस. 

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योजना में योगदान करने के लिए राशन कुन्नूर, कच्छ, इंदौर और मुंबई जैसी जगहों से आ रहा है. आपकी जानकरी के लिए बता दें कि विकास खन्ना ने बिहार और उत्तर प्रदेश में सीआरपीएफ़ और एनडीआरएफ़ के साथ मिलकर श्रमिक ट्रेनों में पके हुए खाने और पानी की बोतल का भी वितरण करवाया था. 

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