भारत के रेलवे स्टेशनों पर खचाखच भीड़ का नज़ारा आम है. फिर चाहे वो देश का कोई महानगर हो, या किसी छोटे से गांव का स्टेशन. इसके बावजूद कुछ लोग अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद लापरवाही बरतते हैं. यही कारण है कि भारत में रेल दुर्घटनाओं से होने वाली मौतें आम हैं, लेकिन हाल ही में एक जांबाज़ सिपाही की बदौलत एक व्यक्ति मौत को पछाड़ने में कामयाब रहा.
दरअसल ये शख़्स चेन्नई के इग्मोर स्टेशन से दादर सुपरफ़ास्ट एक्सप्रेस को पकड़ने की कोशिश कर रहा था और ऐसा करते हुए वह गेट से लटक गया. खचाखच भरी भीड़ की वजह से जल्द ही उसके हाथ गेट से फिसलने शुरू हो गए और उसका बैलेंस बिगड़ने लगा. ये देख कर वहां मौजूद आरपीएफ़ कॉन्सटेबल के. शानमुगम फ़ौरन हरकत में आ गए और ट्रेन के फ़्लोर और ट्रैक के बीच में आने से पहले ही इस शख़्स को खींच कर बाहर निकाल लिया.
शानमुगम ने बताया कि ‘आज-कल बहुत से लोग ऐसे हैं जो स्टेशन पर आखिरी मिनट में पहुंचते हैं. इसी हड़बड़ी की वजह से ऐसे कई हादसे होते हैं. मेरे हिसाब से लोगों को कम से कम आधा या एक घंटा पहले स्टेशन पहुंचना चाहिए ताकि इन खतरनाक हादसों से बचा जा सके’.
दिलचस्प बात ये है कि शानमुगम ने जिस शख़्स की जान बचाई, वो आखिरकार उसी ट्रेन में ही चढ़ कर जाने में सफ़ल रहा. दरअसल, इस हादसे की वजह से ट्रेन रुक गई थी और ये व्यक्ति शॉक से उबरते हुए ट्रेन में चढ़ने में कामयाब रहा. आरपीएफ़ के इस जवान को अपनी सूझबूझ के चलते एक वार्षिक अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा. गौरतलब है कि वे पिछले 11 सालों से आरपीएफ़ कॉन्सटेबल की ड्यूटी निभा रहे हैं. शानमुगम इससे पहले भी कई लोगो को बचा चुके हैं, लेकिन इस बार सीसीटीवी मौजूद था, इसलिए ये घटना लोगों के सामने आ पाई.