सरकार के ख़िलाफ़ भंडाफोड़ करने वालों के संरक्षण के लिए सिटीजन्स व्हिसलब्लोअर फ़ोरम की शुरूआत की गई है. इसकी शुरुआत देश के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने देश के कई ज़िम्मेदार नागरिकों के साथ की. यह फ़ोरम एक ऐसे मंच के रूप में काम करेगा, जहां भंडाफोड़ करने के इच्छुक लोग खुलासा कर सकेंगे, जिसकी बाद में जांच की जाएगी और उस पर कार्रवाई होगी.

ये लोग होंगे इस फ़ोरम के सदस्य

वरिष्ठ वकील के अनुसार, इस फ़ोरम की अध्यक्षता दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ए.पी. शाह करेंगे. वहीं नौसेना के पूर्व प्रमुख एडमिरल एल. रामदास, अरूणा रॉय, वजाहत हबीबुल्ला, ई.ए.एस. शर्मा, जगदीप एस. चोकर और प्रशांत भूषण भी इस फोरम का हिस्सा होंगे.

इस फ़ोरम के बारे में बात करते हुए प्रशांत भूषण कहते हैं कि,

हमें देश के ज़िम्मेदार नागरिकों वाले एक नागरिक मंच की ज़रूरत है, जहां भंडाफोड़ करने के इच्छुक लोग अपनी शिकायतें लेकर जा सकें.

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि ‘वर्तमान में व्हिसलब्लोअर के लिए जो सुरक्षा कानून बने हुए हैं, उसे सरकार संसद में संशोधन करके और कमज़ोर करने में लगी हुई है. उनसे निपटने के लिए इस फ़ोरम की आवश्यकता हुई.’

ज्ञात हो कि वर्ष 2004 में केन्द्रीय सतर्कता आयोग को व्हिसल ब्लोअर्स की शिकायतें सुनने तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अधिकार दिया गया, लेकिन इस संबंध में आयोग का काम-काज बिलकुल संतोषजनक नहीं है.

citizenswhistleblowerforum@gmail.com. पर व्हिसिलब्लोअर्स अपनी शिकायत मेल कर सकते हैं. https://www.citizenswhistleblowerforum.org पर जाकर बाकी जानकारी भी पाई जा सकती है. 

बात कुछ भी हो, मगर इस फ़ोरम से उन लोगों का ज़रूर हौसला बढ़ेगा, जो इस देश के लिए सोचते हैं.