दुनियाभर में प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि हमारे पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके. मगर इन प्रयासों के बावजूद प्लास्टिक का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता है. इससे प्रदूषण की समस्या बनी हुई है. प्लास्टिक का ये कचरा सबसे ज़्यादा बड़ी-बड़ी और नामचीन कंपनियों के प्रोडक्ट से ही फैल रहा है. Break Free From Plastic की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज़्यादा प्लास्टिक कचरा फैलाने में कोका-कोला, पेप्सीको और नेस्ले जैसी कंपनियां ही ज़िम्मेदार हैं, इसलिए लगातार तीसरे साल इन्हें दुनिया के सबसे बड़े प्लास्टिक प्रदूषक के रूप में नॉमिनेट किया गया है.
इस संस्था के वॉलंटियर्स ने क़रीब एक महीने पहले ‘विश्व सफ़ाई दिवस’ के मौक़े पर क़रीब 5 लाख प्लास्टिक की बोतलों का कचरा इकट्ठा किया गया, जिनमें 43 प्रतिशत प्लास्टिक वेस्ट महंगे ब्रांड्स का था. संस्था के अनुसार,
कोका-कोला लगातार दूसरे साल प्लास्टिक का कचरा फैलाने में सबसे आगे है. चार महाद्वीपों के 37 देशों से कोका-कोला का प्लास्टिक कचरा 11,732 इकट्ठा किया गया है.
संस्था की वार्षिक ऑडिट के अनुसार, इस साल एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के 55 देशों के 15,000 वॉलंटियर्स ने 3,50,000 प्लास्टिक कचरा इकट्ठा किया, जिनमें से 63% ब्रांड नामी थे
रिपोर्ट के अनुसार, कोका-कोला, पेप्सिको और नेस्ले के अलावा प्लास्टिक का कचरा फैलाने वाली 10 सबसे बड़ी प्रदूषक कंपनियों में मोन्डेलेज इंटरनेशनल, यूनीलिवर, मार्स, पीएंडजी, कोलगेट-पामोलिव, फ़िलिप मोरिस और परफ़ेटी वैन मिले शामिल हैं.
आपको बता दें, पेप्सीको की 43 देशों से 5,155 प्लास्टिक की बोतलों का कचरा और नेस्ले की 37 देशों से 8,633 प्लास्टिक बोतलों का कचरा इकट्ठा किया गया है.