कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही को वो मंज़र पैदा कर दिया है, जिसे देख हर कोई कांप उठ रहा है. चीन के वुहान से फैला ये वायरस 180 से ज़्यादा देशों को अपनी चपेट में ले चुका है. अब तक 4 लाख़ 50 हज़ार लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, 20 हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.  

यही वजह है कि दुनिया की क़रीब 3 बिलियन आबादी यानि कि तीन अरब लोग लॉकडाउन में जीने को मजबूर हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने साफ़ तौर पर कहा है कि वैश्विक स्तर पर किए गए प्रयासों के ज़रिए ही इस वायरस से छुटकारा पाया जा सकता है.   

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Ndtv की रिपोर्ट के मुताबिक़, स्पेन में कोरोना वायरस से मरने वालों का आकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. चीन से ज़्यादा मौतें स्पेन में हो चुकी हैं. स्पेन में पिछले 24 घंटों में 656 लोगों की मौत हुई है, जिसके बाद कुल मौतों का आकड़ा बढ़कर 3647 हो गया. यहां तक कि स्पेन की उप-प्रधानमंत्री कार्मेन काल्वो भी कोरोना वायरस से नहीं बच पाईं. उनका टेस्ट पॉज़िटिव आया.  

सरकारें तमाम प्रयास कर रही हैं. हर देश अपनी पूरी मशीनरी इस वायरस को ख़त्म करने के लिए झोंक चुका है. लेकिन हर रोज़ नए मामले सामने आ रहे हैं.   

मिली जानकारी के अनुसार, कोरोना वायरस से अब तक 182 देशों में 20,800 लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क़ अमेरिका की भी हालत इस वक़्त ख़राब है. कोरोना वायरस के आगे अमेरिका भी बेबस नज़र आ रहा है. यहां 900 के क़रीब लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, 60 हज़ार से ज़्यादा लोगों के वायरस से संक्रमित होने की ख़बर है. अकेले न्यूयॉर्क में ही 30 हज़ार मामले सामने आ चुके हैं.   

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भारत में भी कोरोना वायरस तेज़ी से पैर पसार रहा है. यहां अब तक 649 के क़रीब लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, 13 लोगों की जान जा चुकी है. वायरस के प्रभाव को ख़त्म करने के लिए 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान भी किया गया. लेकिन बावजूद इसके कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है.  

जहां ज़्यादतर देशों में लॉकडाउन हो चुका है. वहीं, अब रूस में भी ऐसी ही आशंका व्यक्त की जा रही है. रूस में भी दो लोगों के मौत की ख़बर है. ऐसे में इस वायरस से निपटने के लिए रूस में भी लॉकडाउन की घोषणा हो सकती है. राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने एक हफ़्ते का पब्लिक हॉलिडे का ऐलान कर दिया है.   

ब्रिटेन भी इस कोरोना वायरस की पकड़ से बाहर नहीं है. यहां प्रिंस चार्ल्स तक इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. उन्हें क्वारंटाइन करने के बाद इलाज किया जा रहा है.   

बता दें, सबसे ज़्यादा ख़राब हालात इस वक़्त इटली के हैं. यहां 6800 से ज़्यादा लोगों की कोरोना वायरस से जान जा चुकी है. वहीं, 69 हज़ार से ज़्यादा लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि, स्पेन में जिस तरह से नए मामले सामने आ रहे हैं, लोगों को डर है कि कहीं इटली के बाद स्पेन कोरोना वायरस का केंद्र न बन जाए.