आने वाले शुक्रवार यानि कि 27 जुलाई को इस सदी का सबसे लंबा चन्द्र ग्रहण देखने को मिलेगा. आमतौर पर सूर्य ग्रहण हो या चंद्र ग्रहण अधिकतम एक या डेढ़ घंटे की अवधि के होते हैं, लेकिन इस बार का ये चंद्रग्रहण 3 घंटे 55 मिनट तक पड़ेगा. संयोग से ग्रहण वाले दिन ही यानि कि 27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा भी पड़ रही है, इसलिए इसका महत्व बढ़ और बढ़ गया है.
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ये चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 54 मिनट से शुरू होकर 3 बजकर 49 मिनट तक रहेगा. मतलब कि इसकी अवधि 3 घंटे 55 मिनट की होगी. इससे पहले 16 जुलाई, 2000 को ऐसा ग्रहण लगा था. और इस साल के बाद इतना लम्बा ग्रहण साल 2099 तक भी नहीं देखने को मिलेगा.
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लगभग 4 घंटे के इस चंद्र ग्रहण के दौरान ‘ब्लड मून’ भी दिखेगा. ‘ब्लड मून’ (Blood Moon) पूर्ण चन्द्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) के दौरान बनने वाले चन्द्रमा के ‘रिंग’ को कहा जाता है. इस ग्रहण में आंशिक चंद्र ग्रहण 2 घंटे 12 मिनट तक (22:24 से देर रात 2:19), जबकि पूर्ण चंद्र ग्रहण 1 घंटा 43 मिनट (रात 23:30 से देर रात 1:13) का होगा.
किन-किन देशों में दिखाई देगा?
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खगोलविदों के अनुसार, ग्रहणवाली रात मंगल भी पृथ्वी के बहुत नज़दीक होगा और इस कारण ये चमकीला दिखाई देगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत समेत ऑस्ट्रेलिया, अफ़्रीका, मिडिल ईस्ट, दक्षिण एशिया यूरोपीय देशों व अंर्टाकटिका में भी देखा जा सकेगा.
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ये एक ऐसी घटना है जब दुनियाभर के स्टार गैजर को ख़ून जैसे लाल चंद्रमा को देखने का मौका मिलेगा. ये स्थिति तब आती है जब चंद्रमा पूरी तरह से ग्रहण के कब्ज़े में होता है और सूरज की रोशनी के कारण लाल दिखाई देने लगता है.
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ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के रिसर्च एस्ट्रोनोमर ब्रैड टकर ने बताया कि सूर्य चंद्रमा से 35000 किमी दूर होने के बाद भी सूर्योदय और सूर्यास्त के समय चंद्रमा की सतह को रोशनी देता है और जब चन्द्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी आ जाती है और तीनों एक सीध में होते हैं तब चन्द्रमा पूरी तरह से ढंक जाता है. और इसी स्थिति को पूर्ण चन्द्र ग्रहण कहते हैं.
दिल्ली में ‘एमेच्योर एस्ट्रोनॉमर्स एसोसिएशन’ के अजय तलवार ने कहा कि भारत चंद्र ग्रहण के केंद्र में होगा. इसलिए ये भारत में पूरी तरह से दिखाई देगा.
ज्योतिर्विदों का कहना है कि ग्रहण जिस राशि में घटित होता है उस राशि वालों पर इसका कुप्रभाव पड़ता है. इसलिए मकर राशि वालों को सावधान रहने की ज़रूरत है. वहीं मिथुन, मेष, वृष, कर्क, सिंह, कन्या, धनु, कुंभ राशि वालों के लिए भी ये कष्टकारी हो सकता है. जबकि तुला, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए ये शुभ होगा.