चीनी भारतीय सैनिकों की गलवान घाटी में मुठभेड़ में 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में चीनी वस्तुओं को बॉयकॉट किया जा रहा है.
देश के कई हिस्सों में चीनी झंडे, चीनी सामान, राष्ट्री शी जिनपिंग के पुतले जलाये जा रहे हैं.
News18 की रिपोर्ट के अनुसार, सिलीगुड़ी के मशहूर हॉन्ग कॉन्ग मार्केट ने बीते बुधवार को अपना नाम बदलने और चीनी सामान न बेचने का निर्णय लिया. मार्केट कमिटी के प्रेसिडेंट तपन साहा ने इस बात की जानकारी दी.
कूच बिहार, सिलीगुड़ी के बागडोगड़ा समेत उत्तरी बंगाल के कई ज़िलों में चीन के ख़िलाफ़ जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ. यहां भी चीनी राष्ट्रपति के पुतले फूंके गये. इन रैलियों को विभन्न राजनैतिक पार्टियों ने भी समर्थन किया.
Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी चीनी झंडे और राष्ट्रपति के पुतले फूंके गये. प्रदर्शकों ने चीनियों के ख़िलाफ़ नारे भी लगाए. इसी तरह के विरोध बिहार और गुजरात के कई हिस्सों में भी देखे गये.
सूरत में लोगों ने चाइनीज़ टीवी तोड़कर विरोध जताया
सूरत :
— Janak Dave (@dave_janak) June 17, 2020
चाइनीज टीवी को तोड़कर लोगो ने किया विरोध।
चीनी चीजे इस्तेमाल नही करने की लोगो से की गई अपील।#BoycottChineseProducts pic.twitter.com/FBgY6wya11
ANI की एक रिपोर्ट के अनुसार, केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने चाइनीज़ फ़ूड बेचने वाले रेस्टोरेंट्स पर पाबंदी लगाने की मांग की. अठावले ने लोगों से चाइनीज़ फ़ूड का भी बहिष्कार करने की अपील की.